एक गरीब महिला ने जैसे-तैसे अपने बेटे को पढ़ा-लिखा कर अधिकारी बना दिया, एक दिन बेटा मां से बोला कि मैं आपका कर्ज चुकाना चाहता हूं, तो मां ने अपने बेटे को एक…….
एक गरीब मां ने अपने बेटे को पढ़ाया-लिखाया और बड़ा अधिकारी बनाया। उसके पिता का निधन बचपन में ही हो गया था। एक दिन अधिकारी बेटा अपनी मां से बोला कि मां आपने मेरे लिए बहुत कुछ किया है, अब मैं आपका कर्ज चुकाना चाहता हूं। बेटे की यह बात सुनकर मां हैरान रह गई। मां ने कहा कि बेटा मुझे अपनी ममता और प्यार के बदले कुछ नहीं चाहिए। अपनी संतान का ध्यान रखना हर मां का कर्तव्य होता है।
लेकिन बेटे के बार-बार कहने पर मां ने कहा कि क्या तुम मेरे साथ जैसे बचपन में सोते थे, वैसे सो सकते हो? मां की यह बात सुनकर बेटा बोला- बस इतनी सी बात, तो मैं जरूर अपनी मां के पास आज रात सोऊंगा। जब वह व्यक्ति रात को अपनी मां के पास सोने गया तो उसने देखा कि पलंग पर जहां मां सोती है, वहां पानी है। वह व्यक्ति दूसरी ओर सो गया। मां अपनी जगह पर आकर सो गई।
रात में जब मां उठी तो उसने पलंग पर पानी डाल दिया। पानी दूसरी तरफ भी पहुंच गया। इसके बाद बेटे को परेशानी हुई। थोड़ी देर बाद मां ने और पानी डाल दिया, जिसके बाद बेटा झल्लाकर बोला- मां तुम मुझे सोने क्यों नहीं देना चाहती? तुम मुझे गीले बिस्तर पर सुलाना चाहती हो।
बेटे की बात उनका मां ने कहा कि जब बचपन में मेरे साथ सोते थे तो ऐसे ही बिस्तर गीला कर देते थे और मैं तुम्हें दूसरी तरफ सुलाकर सो जाती थी। तुम तो मेरा प्यार और ममता का कर्ज चुकाना चाहते थे, जो मैंने तुम्हारे लिए किया था। तुम मेरे लिए एक रात गीले बिस्तर पर नहीं सो सकते। अगर तुम ऐसा करते हो तो मैं समझ जाऊंगी कि तुमने मेरी ममता का कर्ज चुका दिया। मां की यह बात सुनकर बेटा रोने लगा और अपनी गलती का एहसास हो गया। बेटे ने अपनी मां से कहा कि मैं आज क्या जीवन भर गीले बिस्तर पर सोकर आपका कर्ज नहीं चुका सकता।
लाइफ मैनेजमेंट
मां बच्चे की पहली गुरु होती है। इसी वजह से मां को भगवान का दर्जा दिया जाता है। हर बच्चे की सफलता के पीछे उसके मां-बाप का योगदान होता है। लेकिन बच्चे सफलता मिलने के बाद अपने मां-बाप को भूल जाते हैं।