एक नगर में बारिश न होने के कारण अकाल पड़ गया, तभी एक साधु बाबा ने लोगों से कहा कि अमावस की रात को सभी लोग कुएं में एक-एक लूटा दूध डालें, तो……..
एक नगर में कई सालों तक बारिश ना होने के कारण वहां अकाल पड़ गया। लोग खाने के लिए भी दूसरे शहर जाते। वहां के नदी तालाब सभी सुख गए, जिस कारण पशु-पक्षी मरने लगे। वहां के राजा को यह देखकर बहुत ही दुख हुआ। राजा सोचने लगा कि इस समय क्या उपाय किया जा सकता है। राजा उपाय जानने के लिए जंगल में एक साधु के पास पहुंच गया और साधु को यह पूरी बात बता दी।
एक नगर में अकाल पड़ गया तो एक साधु ने उपाय बताया कि अमावस की रात को सभी लोग कुएं में एक-एक लोटा दूध डाल दें, तो इस परेशानी का समाधान हो सकता है, सभी लोगों ने साधु के कहे अनुसार बिल्कुल
साधु ने राजा से कहा कि नगर के बीचों-बीच एक कुआं है। कल अमावस का दिन है। यदि तुम्हारे नगर के सभी लोग उस कुएं में 1-1 लोटा दूध डालेंगे तो तुम्हारे नगर में बारिश हो सकती है। यह उपाय जानने के बाद राजा अपने नगर में लौट आया।
राजा ने इस बात का एलान करवा दिया कि कल अमावस की रात नगर के सभी लोग नगर के बीचों-बीच स्थित कुएं में 1-1 लोटा दूध डालेंगे। ऐसा करने से बारिश होगी और अकाल खत्म हो जाएगा।
नगर में एक चालाक व्यापारी भी रहता था। उसे भी कुएं में दूध डालने की बात पता चली। व्यापारी के दिमाग में एक विचार आया कि यदि मैं अंधेरे में एक लोटे दूध की जगह पर एक लोटा पानी डालूंगा तो किसी को पता नहीं चलेगा।
सभी लोग अमावस की रात उस कुएं में एक एक लोटा दूध डालने लगे। वहीं वह व्यापारी अपनी चालाकी दिखा कर उस कुएं में एक लोटा पानी डालकर अपने घर चला गया। सभी लोग अंधेरा समाप्त होने से पहले ही जा चुके थे।
जब सुबह हुई तो राजा उस कुएं के पास गए तो उन्होंने देखा कि कुएं में दूध की एक भी बूंद नहीं थी। कुएं में सिर्फ पानी ही पानी मौजूद था। राजा को समझ आ गया कि सभी लोगों ने अंधेरे का फायदा उठाया और सभी दूध के स्थान पर कुएं में पानी डाल कर चले गए।
राजा के मन में विचार आया जहां के लोग ऐसे होते हैं वहां का राजा होने का कोई फायदा नहीं है। राजा ने वह नगर छोड़ दिया और एक नया नगर बसाने का ऐलान किया।