कमरे के अंदर था लग्जरी का राज, अंदर झांका तो पुलिस अफसर के उड़ गए होश!
यूपी के कानपुर से पुलिस ने 2 युवक और 2 युवतियों को पकड़ा है जो अपने-अपने घर में दिनभर रहते थे. लेकिन जन इन चारों का सच पता चला तो पुलिस के भी होश उड़ गए.

यूपी के कानपुर में एक युवती कमरे के अंदर दिनभर घुसी रहती थी. रूम के अंदर एक दूसरी दुनिया बना रखी थी. जब कभी बाहर निकलती थी तो उसकी लग्जरी लाइफ देख आसपास के लोग दंग रह जाते थे. जब इस बात की जानकारी पुलिस को हुई तो दनदनाते हुए वह उसके घर पहुंची और रूम के अंदर का नजारा देख दरोगा के होश उड़ गए. आइए जानते हैं पूरा मामला.
पुलिस ने ऐसे 2 युवक और 2 युवतियों को पकड़ा है, जो अपने-अपने घर में दिनभर रहते थे और खूब पैसा छापते थे. पुलिस ने जब इन्हें पकड़ा तो इनके कमरे से लैपटॉप, कई मोबाइल, कीपैड मोबाइल, बड़ी संख्या में बैंक की पासबुक मिली. दरअसल, यह सभी विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर हजारों लोगों से ऑनलाइन ठगी करते थे. अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए कानपुर कमिश्नरेट पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस गिरोह का मास्टरमाइंड हरिओम पांडे बताया जा रहा है, जिसने एमए तक की पढ़ाई की है.
गिरोह के सदस्य ‘Elite Global Careers’ और ‘Overseas Consultancy’ नामक फर्जी वेबसाइटों के माध्यम से लोगों को विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देते थे. वे Naukri.com जैसी जानी-मानी नौकरी पोर्टल्स से ऐसे लोगों का डेटा प्राप्त कर लेते थे, जिन्होंने विदेश में नौकरी के लिए आवेदन किया था. फिर ये टेली कॉलर्स के जरिए उम्मीदवारों से संपर्क करते और ऑनलाइन इंटरव्यू आयोजित करवाते थे. ठगी के तहत, पहले चरण में 25,000 से 30,000 रुपये की मांग की जाती थी और दूसरे चरण में 4.5 लाख रुपये की वसूली की जाती थी. पैसे जमा होने के बाद, गिरोह के सदस्य अपने मोबाइल नंबर बंद कर देते थे और फरार हो जाते थे.
कानपुर पुलिस ने इस गिरोह के ठिकानों पर छापा मारकर तीन लैपटॉप, 9 स्मार्टफोन, 14 कीपैड मोबाइल, 8 मोबाइल सिम, एक जियो वाई-फाई डिवाइस, कई बैंक पासबुक, डेबिट कार्ड और एक हुंडई वेरना कार बरामद की है.
पुलिस के अनुसार, इस गिरोह ने प्रदेशभर के लाखों लोगों को निशाना बनाने का प्रयास किया है. डीसीपी क्राइम सैयद मोहम्मद कासिम ने बताया कि गिरोह के सदस्य सोशल मीडिया के माध्यम से भी लोगों को नौकरी दिलाने का झांसा देते थे. गिरोह के खिलाफ साइबर ठगी के मामलों की जांच की जा रही है और अब तक की जांच में 3 से 4 करोड़ रुपये की ठगी सामने आई है. पुलिस इस मामले में अन्य संलिप्त लोगों की भी तलाश कर रही है. यह समाचार रिपोर्ट साइबर ठगी के इस बड़े गिरोह के खुलासे को स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करती है.