काला था पति, गोरी थी पत्नी, दोनों के झगड़ों में ससुर के साथ हो गया कांड, बहु को समझने में धोने पड़े अपनी जान से हाथ
सागर में रहने वाली पत्नी जब पति को छोड़कर यूपी के झांसी स्थित अपने मायके चली गई, तब उसको समझाने दादा ससुर गांव पहुंचे. वहां कुछ ऐसा हुआ कि उनको अपनी जान से ही हाथ धोना पड़ा…
मध्य प्रदेश के सागर से अनोखा मामला सामने आया है. यहां एक पत्नी ने अपने पति को इसलिए छोड़ दिया, क्योंकि उसका रंग सांवला है. पत्नी अक्सर पति को काला होने का ताना मारती थी, इसकी वजह से दोनों के बीच विवाद भी होता था. एक दिन पत्नी अपना बैग उठाकर मायके चली गई. लेकिन, इसके बाद बड़ा कांड हो गया. बहू के मायके पहुंचे ससुर को महंगा पड़ गया. इस झगड़े के चक्कर में उनकी जान चली गई.
बुंदेलखंड में पति-पत्नी के बीच होने वाली अनबन का अजीबोगरीब परिणाम सामने आया है. पति का रंग काला होने की वजह से शुरू हुआ झगड़ा दादा ससुर की मौत का कारण बन गया. दरअसल, जब पत्नी पति को छोड़कर मायके चली गई तब बहू को समझने दादा ससुर भी मायके पहुंचे. इस पर बहू के परिजनों ने पीट-पीट कर उनको अधमरा कर दिया. उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां मौत हो गई. पुलिस मामले की जांच कर रही.
इस कहानी की शुरुआत 6 साल पहले हुई थी, जब निवाड़ी जिले के ढिमरपुरा निवासी हरवेंद्र की शादी यूपी के झांसी के जावन गांव की आरती से हुई थी. आरोप है कि शादी के बाद से ही आरती अपने पति को काला होने का ताना मारती थी. अक्सर ससुराल से बिना बताए मायके चली जाती थी. इसी बात की शिकायत करने हरवेंद के दादा सूटी रायकवार 29 सितंबर को बहू के मायके जा पहुंचे. फिर क्या था वहां बहू के परिजनों ने उनको बुरी तरह से पीट दिया. इलाज के दौरान अस्पताल में 65 साल के सूटी की मौत हो गई.
हरेंद्र रैकवार ने बताया कि शादी होने के बाद ही पत्नी मुझसे झगड़ा करती रहती थी. कहती थी कि तुम्हारा रंग काला होने की वजह से तुम मुझे पसंद नहीं हो. दादा उसको समझाने गए थे तो उन्हें मार डाला. वहीं, सकरार थाना प्रभारी अभिराम सिंह का कहना है कि शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों की तहरीर के आधार पर मामला दर्ज आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजने की कार्यवाही की गई है.