किसी गांव में एक पोस्टमैन था, गांव के हर एक इंसान को वह अच्छी तरह से जानता था, क्योंकि वह हर किसी के घर चिट्टियां देने जाता था, गांव के लोग भी उसकी बहुत इज्जत किया करते थे, एक दिन उसे एक ऐसी चिट्ठी…..
एक गांव में पोस्टमैन रहता था। वह गांव के सभी लोगों को अच्छी तरह जानता था क्योंकि वह घर घर जाकर चिट्ठी देता था। लोग उसका बहुत सम्मान करते थे। एक दिन उसको गांव से थोड़ी दूर बने घर पर चिट्ठी देने जाना था। पोस्टमैन वहां कभी पहले चिट्ठी देने नहीं गया था। वह चिट्ठी पर लिखे पते पर पहुंच गया। उसने चिट्ठी देने के लिए दरवाजा खटखटाया। अंदर से किसी ने आवाज लगाई की चिट्ठी दरवाजे के नीचे से सरका दो।
पोस्टमैन बहुत ज्यादा नाराज हो गया क्योंकि वह बहुत दूर से चिट्ठी देने आया था। लेकिन वह लड़की दरवाजा खोलने के लिए राजी नहीं थी। पोस्टमैन ने कहा कि चिट्ठी लेने के बाद साइन भी करने है। लड़की ने कहा ठीक है मैं अभी बाहर आती हूं।
वह लड़की कुछ देर तक बाहर नहीं आई। इस वजह से वह पोस्टमैन बहुत ज्यादा नाराज हो गया। लेकिन जब लड़की ने दरवाजा खोला तो पोस्टमैन को अपने पर बहुत ज्यादा पछतावा हुआ। जिस लड़की ने दरवाजा खोला था उसके दोनों पैर नहीं थे। इसी कारण वह देर से दरवाजे तक पहुंची और फिर दरवाजा खोला। लड़की ने चिट्ठी लेने के बाद साइन भी कर दिए।
कुछ समय बाद पोस्टमैन को एक बार फिर उसी घर में छुट्टी देने जाना था। जब पोस्टमैन घर पर पहुंच गया तो उसने कहा कि आज तुम्हें बाहर आने की जरूरत नहीं है। मैं दरवाजे के नीचे से ही चिट्ठी सरका देता हूं। तुम्हे साइन भी नहीं करना है।
लेकिन अंदर से लड़की ने आवाज लगाई कि रुको मैं बाहर आ रही हूं। उस लड़की ने दरवाजा खोला और पोस्टमैन को एक बॉक्स दिया। उसने कहा कि यह आपके लिए गिफ्ट है। पोस्टमैन उस गिफ्ट को लेना नहीं चाहता था। लेकिन लड़की ने बहुत ज्यादा आग्रह किया। इसलिए उसने वह गिफ्ट ले लिया।
बॉक्स को खोलने के बाद पोस्टमैन की आंखों में आंसू आ गए क्योंकि बॉक्स में नए जूते थे। वह पोस्टमैन कई सालों से बिना चप्पल पहले ही गांव गांव जाकर चिठ्ठियां देता था। लेकिन किसी ने भी इस बात पर ध्यान नहीं दिया। जिस लड़की के दोनों पैर नहीं थे, उसने इस बात पर ध्यान दिया। इसी कारण पोस्टमैन ने उसको नए जूते गिफ्ट कर दिए।
कहानी की सीख
इस कहानी से हमें सीखने को मिलता है कि हमेशा खुद के बारे में नहीं सोचना चाहिए। हमें दूसरों की परेशानियों को भी समझना चाहिए और हर हमेशा दूसरों की मदद करनी चाहिए।