किसी गांव में दो दोस्त रहते थे, दोनों बचपन से ही साथ मैं खेल और पढ़े थे, जब पढ़ाई पूरी हो गई तो दोनों अपनी-अपनी जिंदगी में व्यस्त हो गए, एक दोस्त ने दिन-रात मेहनत करके खूब पैसा कमाया तो वही दूसरा……

एक बहुत ही प्रचलित कथा के मुताबिक पुराने समय में 2 दोस्त थे बचपन में आया वह दोनों साथ में पड़े यह साथ में खेले पढ़ाई पूरी होने के बाद दोनों दोस्त अपनी अपनी लाइफ में बहुत ज्यादा व्यस्त हो गए। जहां एक दोस्त ने खूब मेहनत की और खूब सारा पैसा कमा लिया तो वहीं दूसरा दोस्त बहुत ज्यादा आलसी था मैं कुछ भी काम नहीं करता था। उसका जीवन लगातार गरीबी नहीं कट रहा था। 1 दिन अमीर व्यक्ति अपने बचपन के दोस्त से उसके घर मिलने गया।

पुराने समय में दो दोस्त थे, बचपन में दोनों साथ ही पढ़ते और खेलते थे, पढ़ाई पूरी होने के बाद वे दोनों अपने-अपने जीवन में व्यस्त हो गए, एक दोस्त ने बहुत मेहनत की और खूब पैसा कमा लिया

उसने देखा कि उसके दोस्त की हालत बहुत ज्यादा खराब है उसका घर भी बहुत ज्यादा गंदा बिखरा हुआ है गरीब दोस्त ने बैठने के लिए जो कुर्सी दी थी उसमें भी बहुत ज्यादा धूल जमी थी उसी पर उसके अमीर दोस्त ने पूछा कि तुम अपना घर इतना सादा गंदा क्यों रखते हो। इस बात पर उसके गरीब दोस्त में जवाब देते हुए कह दिया कि घर साफ करने का कोई भी फायदा नहीं है कुछ दिनों में यह अपने आप ही गंदा हो जाता है। इसके बाद उसके अमीर दोस्त ने उसे बहुत समझाया कि घर को साफ रखना चाहिए लेकिन उसका गरीब दोस्त नहीं माना।

जाते समय असम यह दोस्त ने अपने गरीब दोस्त को एक बहुत सुंदर सा गुलदस्ता दिया गरीब ने उस गुलदस्ते को अपनी अलमारी के ऊपर रख दिया इसके बाद जब भी कोई व्यक्ति उस गरीब व्यक्ति के घर पर आता हो तो वह है उसको और सुंदर गुलदस्ता दिखा था। और लोग गुलदस्ते को देख कर कहते हैं यह बहुत ज्यादा सुंदर है लेकिन घर इतना गंदा है। इन सभी बातों को बार-बार सुनकर उस गरीब व्यक्ति ने सोचा कि मैं ऐसा करता हूं इस बीमारी को साफ कर देता हूं और उसने अलमारी को साफ कर दिया।

इतना ही नहीं उसके घर पर आने वाले सभी लोग उसके अलमारी को देखते हो कहते हैं कि हमारी तो बहुत ज्यादा सुंदर है और सा लेकिन पूरा कर तुम्हारा फिर भी गंदा है। यह बातें सुनकर गरीब व्यक्ति ने अलमारी के साथ वाली दीवार को भी साफ करने का सोचा और साफ किया अब उस व्यक्ति के घर में जो भी आता कोसी कोने में बैठना पसंद करता। क्योंकि वहां पर साफ-सफाई थी एक दिन गरीब व्यक्ति को यह सब देखकर बहुत ज्यादा गुस्सा आया और उसने गुस्से में अपने पूरे घर को साफ कर दिया और बताइए करवा दी धीरे-धीरे उसने अपने दिमाग से सोच को बदला और काम करना भी शुरू करा।

प्रसंग की सीख

इस प्रसंग से हमें यह सीख मिलती है कि हमारी एक छोटी सी आदत हमारी सोच को बहुत ज्यादा बन सकती है। जिससे हमारा जीवन ही बदल सकता है और इन्हीं सब आदतों की वजह से हमारे जीवन में आने वाली सभी परेशानियां दूर हो सकती हैं।

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