क्या आप जानते हैं सूट की स्लीव पर क्यों लगे होते हैं तीन ही बटन, बेहद रोचक है इसकी वजह
सूट तो हम सभी ने पहना और देखा होगा। पर क्या आप को पता है कि सूट कभी पाश्चात्य शैली की पोशाक हुआ करती थी। लेकिन जब धीरे-धीरे लोगों का एक जगह से दूसरी जगह आना-जाना होने लगा। और एक दूसरे से संस्कृतियों का आदान-प्रदान होने लगा तो इस में भी कुछ परिवर्तन हो गए। इस सूट को लेकर आज आलम ये है कि वेस्टर्न कल्चर का हिस्सा रहे सूट दुनिया भर में पहने जाते हैं। कहीं लोग अपने खास मौके पर सूट पहनते हैं। तो कई जगहों पर ऑफिस कल्चर की महत्वपूर्ण पोशाक के रुप में पहने जाते हैं। पर क्या आप ने कभी आपने सूट्स के कुछ कॉमन बातों पर ध्यान दिया है। जैसे सूट्स की स्लीव पर लगे बटन।
आपने सूट की स्लीव में 3 बटन लगे देखे होंगे। कभी सोचा है कि इन 3 बटनों की वजह क्या है। आप को बता दें कि सूट की स्लीव पर 3 बटन को लेकर दो तरह की मान्यताएं हैं। कभी सूट पहनना सैनिको के लिए था ज़रूरी पर अब बस एक फैशन बन गया है।
इन तीन बटनों के पीछे मिलिट्री से जुड़ी एक कहानी बताई जाती है। इस कहानी के हिसाब से सबसे पहले नेपोलियन और क्वीन एलिजाबेथ प्रथम जैसी रॉयल हस्तियों ने मिलिट्री ब्लेजर्स की शुरुआत की थी। इस के पीछे वजह सिपाहियों की सेहत और हाईजीन को बताया जाता है। उनका मानना था कि सूट की स्लीव पर 3 बटन्स लगाने से सैनिक उससे अपने मुंह-नाक साफ नहीं करेंगे। क्योंकि जब आप ऐसा करते हैं, तो आप की स्लीव गंदी हो जाती है और गंदे स्लीव के चलते हाइजीन नहीं रह पाती है। साथ ही साथ फौजी अपनी वर्दी का सम्मान करना सीखेंगे जो बेहद ज़रूरी होता है।
पहले स्लीव के 3 बटन शो पीस न होकर बड़े काम आने वाले थे। पहले इस बटनो से स्लीव को टाइट या ढीला किया जाता था। क्योंकि कोट या सूट केवल यूनिफॉर्म और खास मौके पर पहनी जाने वाली ड्रेस नहीं थी। बल्कि हर हाल में मर्द रोज कोट पहनते थे। ऐसे में टाइट स्लीव की वजह से कोई भारी काम करने के लिए सूट उतारना असभ्यता का प्रतीक माना जाता था। इसलिए स्लीव के तीनों बटन खोलने काम करना आसान हो जाता था। आज भी सूट पर तीन बटन लगे होते हैं। लेकिन एकदम मुहाने पर न होकर उसकी जगह कलाई से थोड़ी ऊपर चली गई है। इसी वजह से अब इन बटन्स का कोई इस्तेमाल नहीं, लेकिन इन्हें सिर्फ शो के लिए बनाया जाता है।