क्या आप जानते हो हवाई जहाज में दोनों पायलटों को आखिर क्यों नहीं दिया जाता एक जैसा खाना
यह तो आप जानते ही होंगे कि हवाई जहाज का आविष्कार राइट बंधुओं ने साल 1930 में किया था। आसमान की ऊंचाई को छुआ था। हालांकि कुछ कुछ लोग तो यह भी कहते हैं कि राइट बंधुओं से 8 साल पहले यानी कि साल 1885 में मुंबई के रहने वाले शिवकर बापूजी तलपड़े यह कारनामा कर चुके हैं लेकिन उनकी उपलब्धि इतिहास के पन्नों में अभी तक दर्ज नहीं हुई है।
बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक हवाई यात्रा के दौरान लोग सादा गैस छोटे से हवाई जहाज में दुर्गंध को कम करने के लिए चारकोल फिल्टर का इस्तेमाल किया जाता है।
हवाई सफर के दौरान हमारा खाने का स्वाद भी बदल जाता है। क्योंकि एयरलाइंस में दिए गए खानों में ज्यादा नमक का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन विमान में दबाव ज्यादा होने की वजह से हमें इसका स्वाद पता नहीं चलता है।
हवाई जहाज में मर्ज एन सी के समय जो ऑक्सीजन मास्क यात्रियों को दिए जाते हैं। उनके सहारे यात्री से 15 मिनट तक कि जिंदा रह सकते हैं।
बहुत समय पहले हवाई जहाज की खिड़कियों के कोने चौकोर हुआ करते थे। लेकिन एक दुर्घटना की वजह से इनको गोल कर दिया गया क्योंकि गोल किनारे हाथ पर ज्यादा विरोध नहीं करते और इससे विमान पर भी ज्यादा दबाव नहीं पड़ता है।