चाणक्य नीति: दोस्तों और रिश्तेदारों की इन परिस्थितियों में हो जाती है असली परीक्षा
बीते जमाने के गुरु आचार्य चाणक्य की नीतियां आज भी दुनियाभर में मशहूर है। जो व्यक्ति इन नीतियों का सही तरीके से पालन करता है। तो वह अपने ऊपर आने वाली हर प्रकार की मुसीबतों से आसानी से निकल जाता है। चाणक्य ने बताया है कि कैसे और किन परिस्थितियों में अपने सगे संबंधी और दोस्तों की परीक्षा करनी चाहिए।
आपको बता दें कि चाणक्य ने अपनी नीति में बताया है कि, आपको अपने नौकर की परीक्षा तब करनी चाहिए। जब वह अपने कर्तव्य का पालन नहीं करता हो।
चाणक्य के मुताबिक, रिश्तेदार और सगे संबंधियों की परीक्षा तब करनी चाहिए। जब आप किसी गंभीर परेशानी के बीच में घिरे हुए हैं। ऐसे समय में पता लग जाता हैं कौन अपना हैं कौन पराया।
चाणक्य के अनुसार, आपकी पत्नी की परीक्षा कब होती है। जब आप किसी मुसीबत में हो और विपरीत परिस्थितियों में आपकी पत्नी आपका साथ दे।
आपको बता दें कि चाणक्य ने बताया है कि असली दोस्त की परीक्षा और समय की जाती है। जो आपके सुख और दुख दोनों में आपका साथी बन कर आपका साथ देता है। इससे पता चलता है कि मैं आपका अच्छा और पक्का मित्र है या नहीं।