जानिए आखिर क्यों रहस्यमयी है बिहार का स्वर्ण मंदिर, क्या है यहां ऐसा खास
भारत की कई अनोखी रहस्यमयी जगहों मंदिरो के बारे में आप ने जरुर सुना होगा। भारत देवी – देवताओं की जननी है और हमें यहां अलग-अलग धर्म समुदाय के देवी-देवताओं के धार्मिक स्थल देखने को मिलते हैं।यहां पर अनेकों ऐतिहासिक, प्राचीन मंदिर स्थित है जो की अपनी कलाकृतियों, रहस्य और संस्कृति के लिए पूरे विश्व में जाने जाते हैं, जिनके रहस्यों को विज्ञान भी नहीं जान पाया है। ऐसा ही एक मंदिर बिहार में स्थित है जो अपने आप में ही एक रहस्य बना हुआ है।
यह मंदिर बिहार के सीतामढ़ी में स्थित है स्वर्ण मंदिर को रानी मंदिर नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर की बनावट बहुत ही खुबसूरत है , इसके खम्भों बहुत ही बारिकी से नक्काशी की गई है जिस की खुबसूरती पर्यटको को अपनी और आकर्षित करती है। यहां पर रहने वाले लोग इस से जुड़ी हुइ कई कहानियां सुनाते है जो अपने आप में ही एक रहस्य समेटे हुए है।
कहा जाता है की यहां रात के अंधेरे में एक रोशनी दिखाई देती है और पायल की झंकार की आवाज आती है। यहां के स्थानिय लोगों का कहना है की यह पायल की आवाज रानी राजवंशी कुवंर की है और ये आवाज मंदिर से 2 किलोमीटर दुर तक सुनाई देती है । इस मंदिर की बनावट ताजमहल के समान है और कहा जाता है कि इस मंदिर को बनाने वाले चार कारीगरों के हाथों को रानी राजवंशी कुंवर कटवा दिए थे। उन्होंने ऐसा इसलिए किया था कि इस मंदिर की तरह कोई और मंदिर ना बन सके। और मजदूरों के परिवारों की देखभाल पूरी उम्र रानी ने की। इन कारीगरों की प्रतिमाएं मंदिर की दिवारों पर पीछे की तरफ बनी हुई है। इस मंदिर से सोने अभूषण चोरी हो गए है।
बताया जाता है की मंदिर मे अकुत खजाना है लेकिन अभी तक जो भी इसकी तलाश में गया वह कभी वापस नहीं लोटा। नेपाल में छपने वाली एक पुस्तक में यह दावा किया गया है।की इस मंदिर से जुड़े रहस्यों से आज तक पर्दा नहीं उठ पाया है।