दुनिया के सबसे बड़े हिंदू मंदिर में छिपे हुए हैं कई गहरे रहस्य, जानिए रहस्य
हिंदू धर्म भारत का सबसे बड़ा धर्म और धार्मिक समूह है। यहां की लगभग 80 फ़ीसदी जनसंख्या हिंदू धर्म को मानती है। यही वजह है कि भारत में अनेक हिंदू मंदिर है शायद ही ऐसा कोई ऐसा शहर या गांव होगा। जहां कोई मंदिर ना हो। लेकिन इसके बावजूद आपको जानकर शायद हैरानी होगी कि दुनिया का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर भारत में नहीं बल्कि कंबोडिया में है।
इस मंदिर का नाम अंकोरवाट मंदिर है यह मंदिर कंबोडिया के अंकोरवाट सच है। जिसका पुराना नाम यशोधर पुर था। इसका निर्माण 12 वीं सदी के खाने वंश के सम्राट सूर्यवर्मन ने किया था। खास बात यह है। कि यह विष्णु मंदिर है जबकि यहां के पूर्ववर्ती शासकों ने प्रायर शिव मंदिर का निर्माण कराया है।
402 एकड़ में फैले इस मंदिर की दीवारों पर भारतीय धर्म ग्रंथों के प्रसंगों के चित्रण है। इन प्रसंगों में अप्सराएं बहुत सुंदर विचित की गई है। इसके अलावा यह समुद्र मंथन का दृश्य भी देखने को मिलता है।
विश्व के सबसे लोकप्रिय पर्यटक स्थलों में से एक होने के साथ ही यह मंदिर यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों में से भी एक है। पर्यटक यहां केवल वास्तु शास्त्र अनुपम सौंदर्य देखने के लिए आते हैं।
इस मंदिर की सबसे खास बात यह है कि इसका मुख्य द्वार पश्चिम दिशा में स्थित है। जबकि सभी प्रमुख हिंदू की और मंदिरों के मुख्य द्वार पूर्व दिशा में स्थित होते है। सूर्यास्त के समय ऐसा लगता है जैसे यह मंदिर सूर्य देव को नमन कर रहा है और ढलते सूरज की रोशनी में मंदिर की सुंदरता और भी ज्यादा अच्छी लगती है।
इस मंदिर की रक्षा के लिए चारों तरफ खाई का निर्माण कराया गया था। इसकी चौड़ाई लगभग 700 फुट है दूर से एक ही किसी झील की तरह दिखाई देती है मंदिर के पश्चिम की ओर खाई को पार करने के लिए एक फूल भी बना हुआ है । पुल के पार मंदिर में प्रवेश के लिए एक विशाल द्वार भी निर्मित है। जो लगभग 1000 फुट चौड़ा है। मंदिर की दीवारों पर समस्त रामायण की मूर्तियां भी अंकित की गई हैं।