धोनी के वो 3 निर्णय जिनके कारण क्रिकेट इतिहास में हमेशा उन्हें रखा जाएगा याद, ऐसी है धोनी के सबसे सफल कप्तान बनने की कहानी
महेंद्र सिंह धोनी भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफल कप्तानों में गिने जाते हैं. धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने आईसीसी के 3 बड़े खिताब जीते. आज हम आपको धोनी के करियर के 3 ऐसे फैसलों के बारे में बता रहे हैं, जो धोनी ने अपने रिस्क पर लिए थे और भारतीय टीम को सफलता दिलाई, जिसके बाद धोनी को लोग निडर कप्तान कहने लगे.
2007 T20 वर्ल्ड कप फाइनल मैच
2007 के T20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम ने फाइनल मुकाबला पाकिस्तान के विरुद्ध खेला था. आखिरी ओवर में पाकिस्तान को जीत के लिए 13 रन चाहिए थे और 1 विकेट बचा हुआ था. तब धोनी ने जोगेंद्र सिंह को गेंद थमाई. उनका यह फैसला हर किसी के लिए चौंकाने वाला था. लेकिन जोगेंद्र सिंह ने कमाल की गेंदबाजी की और भारत 5 रन से मुकाबला जीत गया.
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2013 फाइनल मैच
2013 में भारतीय टीम ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला इंग्लैंड के विरुद्ध खेला था और 5 रनों से जीत हासिल की थी. उस मुकाबले में 20 ओवर में भारतीय टीम 129 रन बना सकी थी. इंग्लैंड की टीम को आखिरी ओवर में 6 गेंदों में 15 रन बनाने थे. लेकिन धोनी ने अश्विन को गेंद थमाई और उन्होंने टीम इंडिया को जिता दिया.
2011 विश्व कप फाइनल मैच
2011 विश्व कप के फाइनल मुकाबले में महेंद्र सिंह धोनी ने युवराज सिंह की जगह खुद पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी का फैसला किया और 91 रन की नाबाद पारी खेलकर टीम इंडिया को मैच जिताया. उस मुकाबले में युवराज सिंह ने भी खूब रन बनाए थे और विकेट भी चटकाए थे.