प्यार की खातिर: मोहन हाईस्कूल में पढ़ने वाला एक 16 साल का लड़का था, वह एक लड़की गीता से प्यार करने लगा, वह उसके लिए कुछ भी कर सकता था, लेकिन परेशानी की बात यह थी कि……

प्यार एक ऐसी चीज होती है। जो कभी भी इस सोच समझकर नहीं होती। कभी भी जात पात देखकर नहीं होती। कभी भी उम्र देखकर नहीं होती और कभी भी पैसा देखकर नहीं होती। जी हां प्यार एक ऐसा एहसास होता है जो बिना कुछ कहे बहुत कुछ कह जाता है। और इंसान प्यार में इतना पागल हो जाता है कि उसे अपने प्यार के अलावा कुछ और दिखाई नहीं देता। शायद इसी वजह से लोग कहते हैं कि प्यार अंधा होता है। क्योंकि व्यक्ति प्यार में अपना सब कुछ लुटा देता है। यदि प्यार में इस कदर अंधा होता है कि वह सब कुछ अपना लुटाता चला जाता है। गलती पर गलती करे जाता है। लेकिन उसे फिर भी अपनी एक भी गलती का एहसास नहीं होता।

हाई स्कूल में पढ़ने वाला सिर्फ 16 साल का एक लड़का जिसका नाम मयंक है। वह एक लड़की रिया से बहुत प्यार करने लगा। वह लड़की को इतना ज्यादा चाहता था या कह सकते हैं कि वह उसको इस कदर चाहने लगा था। कि उसके लिए सब कुछ कर जाता था। लेकिन सबसे बड़ी मुसीबत से एक बात थी कि वह उसको चाहा करके भी अपना नहीं बना सकता था। क्योंकि मयंक के पापा गीता की पापा की कंपनी में सिर्फ एक छोटे से नौकर के पद पर कार्यरत थे। हालांकि मयंक यह बात जानता था कि वह बहुत गरीब घर से है। और रिया बहुत अमीर घर से ताल्लुक रखती है। जहां मयंक एक सरकारी स्कूल में अपनी पढ़ाई कर रहा था। तो वहीं रिया शहर के एक नामचीन स्कूल में पढ़ती थी।

लेकिन क्या करें एक न एक दिन तो प्यार होना ही था और लो हो गया दोनों की बातें शुरू हो गई। मयंक रिया से कहता है कि तुम प्लीज मुझसे कभी भी दूर मत जाना। या कभी भी मुझसे दूर जाने के बारे में मत सोचना। क्योंकि मैं तुम्हारे बिना नहीं जी पाऊंगा। इस बात का जवाब देते हुए मयंक को बोलती है। मैं भी तुम्हारे बिना नहीं रह सकती। लेकिन मुझे इस बात का डर है कि हमारे घर वाले हमें कभी भी एक नहीं होने देंगे। लड़का सोचता है और पूछता है कि तुम ऐसा क्यों कह रही हो तभी दिया जवाब देती है। क्या तुम नहीं जानते कि हमारा समाज हमें कभी एक नहीं होने देगा। क्योंकि हमारी जातियां अलग है हमारे साथ कई सारी भिन्नता है। इसके बाद रिया के प्यार में पागल हुआ मयंक कहता है। कि चलो हम इस दुनिया को ही दो छोड़कर कहीं दूर चले जाते हैं। लेकिन इसके बाद रिया अपना जवाब देते हुए मयंक को कहती है कि नहीं मैं यह कदम कभी नहीं उठा सकती। मैं अपने परिवार वालों को कभी भी शर्मिंदा नहीं होने दूंगी। इसके बाद मायूस होकर मयंक बोला ठीक है। मेरा इंतजार करना जब मैं तुम्हारे लायक हो जाऊंगा। जब मैं तुम्हारे जितना अमीर हो जाऊंगा तब मैं तुम्हारे पास तुम्हारे पापा से तुम्हारा हाथ मांगने आऊंगा।

रिया हंसी और जवाब में कहती है। कैसा होगा अगर कभी ऐसा हुआ कि हम दोनों साथ नहीं रह पाए तो। रिया की बात सुनकर जैसे मयंक टूट ही गया था। वह मायूस होकर बोलता है कि क्या तुम मुझे छोड़कर किसी और के साथ चली जाओगी क्या तुम मुझे भूल जाओगी।

रिया जवाब में कहती है कि मैं ऐसा कभी अपने सपने में भी नहीं सोच सकती। मैं मरते दम तक तुम्हें नहीं भूल पाऊंगी। इसके बाद मयंक कहता है फिर क्यों ऐसी मेरे दिल को दुखाने वाली बातें बार-बार करती हो।

समय तेजी के साथ आगे बढ़ रहा था। मयंक दिन रात मेहनत कर रहा था और पढ़ाई पर ध्यान लगा रहा था। ताकि वह रिया के घर वालों के सामने जाकर उसका हाथ मांग सके। इधर मयंक को व्यस्त देखकर रिया भी सोचने लगी कि शायद यह मेरी अमीरी के चक्कर में मुझसे दूर हो गया। दिन पर दिन रिया बड़ी हो रही थी और उसके घर वाले उसके लिए लड़का देखना शुरू कर दिए थे। बस एक दिन ऐसा आया कि जब उसके घरवालों ने उसकी शादी पक्की कर दी। हालांकि जब यह बात मयंक को पता चली तो वह रिया की खुशी के खातिर चुप हो गया। क्योंकि वहां जानता था कि रिया की शादी एक बहुत बड़े कंपनी के मालिक के साथ हो रही है।

हालांकि यह सब जानने के बाद मयंक रिया को भुलाने की कोशिश करने लगा। लेकिन यह कहां मुमकिन था। क्योंकि प्यार एक ऐसी चीज होती है। जिसे व्यक्ति चाह कर भी भुला नहीं पाता। इधर मयंक के प्यार में पागल हुई रिया मन ही मन घुटने लगी थी। क्योंकि रिया मोहन से बहुत ज्यादा प्यार करती थी जिस दिन रिया की शादी थी । उसी दिन मयंक ने एक सुसाइड नोट लिखा और खुद फांसी के फंदे पर झूल गया। उसी समय दिया ने भी एक सुसाइड नोट लिखा और खुद को फांसी लगाकर खत्म कर लिया।

एक गलतफहमी के कारण दो परिवारों के बीच दुख का समंदर फैल गया। बस उन दोनों की एक ही गलती थी कि उन्होंने कभी भी अपनी बातों को एक दूसरे से शेयर नहीं किया। हालांकि मयंक व्यस्त था तो एक बार रिया उससे बात तो कर सकती थी। लेकिन अंदर ही अंदर घुटी और बात नहीं कर पाई।

हालांकि रिश्तो में विश्वास होना एक बहुत बड़ी चीज होती है। यदि आप अपने ऊपर और अपनों के ऊपर भरोसा करते है। तो आप कभी भी गलतफहमी का शिकार नहीं हो सकते। प्यार तो एक चीज होती है। जो व्यक्ति को जीने की वजह देती है। क्योंकि प्यार एक वो एहसास होता है जो ना तो गरीबी देखता है और ना अमीरी देखता है ना जात देता है ना धन देखता है। बस प्यार तो एक वह एहसास होता है जो बस हो जाता है।

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