बच्चे ने रद्दी समझ कर जिसे उठाया लाया था 13 साल बाद वही बनी सोना,मालिक बन गया मालामाल……….
छोटी सी उम्र में भी एक बच्चे ने अपनी पारखी नज़र से ऐसी चीज़ ढूंढ निकाली, जिसने उसकी किस्मत का ताला खोल दिया. उसे उम्मीद ही नहीं थी कि मामूली सी दिखने वाली चीज़ उसे इतना फायदा दे देगी.
ज़िंदगी काफी अजीब सी चीज़ है. यहां चीज़ें इतनी अनिश्चित होती हैं कि हम समझ भी नहीं पाते कि कब परिस्थितियां हमारे पक्ष में या कब विपक्ष में चली जाएं. खासतौर पर आपकी किस्मत का दरवाज़ा कब खुल जाए, इस बारे में तो कुछ कहा ही नहीं जा सकता है. कुछ ऐसा ही हुआ एक लड़के के साथ, जिसने बचपन में एक मामूली सी चीज़ कचरे से उठाई थी, जो बाद में उसे मालामाल कर गई.
छोटी सी उम्र में ही इंग्लैंड के रहने वाले एक बच्चे ने अपनी पारखी नज़र से ऐसी चीज़ ढूंढ निकाली, जिसने उसकी किस्मत का ताला खोल दिया. कचरे से शायद ही कोई कुछ ऐसा ढूंढ पाया होगा, जैसी 11 साल के इस बच्चे ने ढूंढ निकाली. उसे भी उम्मीद नहीं होगी कि मामूली सी दिखने वाली चीज़ उसे इतना फायदा दे देगी
डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक मैट विंटर नाम के शख्स को बचपन में एक ऐसी चीज़ मिली थी, जिससे उसे बड़े होकर अच्छा फायदा मिला. केंट में क्रैनब्रुक के रहने वाले मैट विंटर ने 11 साल की उम्र में एक महिला को कचरे का बैग फेंकते देखा. बैग में ब्लैक एंड व्हाइट रद्दी पेपर थे. मैट ने उनसे पूछा कि वो इन पेपर्स को ले सकते हैं? महिला के हामी भरने के बाद उसने इसमें से एक एनग्रेव्ड पेंटिंग ‘Knight, Death and the Devil’ को अपने पास रख लिया. हालांकि उसे ज़रा भी अंदाज़ा नहीं था कि ये उसे कितना फायदा देने वाली है.
13 साल बाद मैट विंटर को 24 साल की उम्र में पता चला कि ये पेंटिंग मामूली नहीं है, बल्कि ये जर्मनी में पैदा हुए महान आर्टिस्ट Albrecht Dürer की है. उन्होंने 1513 में इसे बनाया था. पुनर्जागरण काल की बनी इस पेंटिंग को Rare Book Auctions की ओर से नीलाम किया जा रहा है. इसकी कीमत कम से कम 22 लाख रुपये लगने वाली है या फिर ये और ज्यादा बढ़ भी सकती है. Rare Book Auctions के डायरेक्टर जिम ने कहा कि उन्होंने इसे अच्छी तरह चेक किया और उन्हें समझ में आया कि ये डुरेर के अलावा कोई बना ही नहीं सकता. इसकी नीलामी 18 सितंबर को होगी.