ये है दुनिया का सबसे जहरीला सांप, इसके आगे कुछ भी नही है किंग कोबरा
दुनिया में कई तरह के जीव पाए जाते हैं, जो बेहद खतरनाक और जहरीले होते हैं। वहीं, पृथ्वी पर जीवों की 15 लाख प्रजातियां निवास करती हैं। इन प्रजातियों में से 10 लाख 50 हजार कीड़े मकोड़ो होते हैं। इसके अलावा इसमें कुछ ऐसे जीव जंतु भी शामिल हैं, जो अपने से कमजोर जीवों का शिकार करते हैं। वहीं, कुछ जीव ऐसे भी होते हैं जिसका कांटा पानी नहीं मांगता। अगर दुनिया में सबसे जहरीला जीव कोई है तो उसमें में सांप को पहले गिना जाता है। सापों की प्रजाती में भी सबसे ज्यादा जहरीला किंग कोबरा होता है। अगर इस सांप ने किसी को गलती से भी कांट लिया और ऐसे में उस व्यक्ति को समय पर इलाज नहीं मिला। तो वह व्यक्ति 30 मिनट से ज्यादा नहीं जिंदा नहीं रहा पाएगा। ऐसे में उस व्यक्ति का मरना तय है।
किंग कोबरा के बारे में एक्सपर्ट्स बताते हैं कि यह सांप कुछ कदमों की दूरी से अपने शिकार की आंखो में जहर की फुंसकार छोड़कर उसे अंधा कर सकता है। हालांकि, आप इस बात को जानकर दंग रह जाएंगे की पृथ्वी पर सापों में सबसे ज्यादा जहरीला किंग कोबरा नहीं, बल्कि एक दूसरी प्रजाति का जीव है। इस सांप के जहर की सिर्फ के एक बूंद ही उस व्यक्ति को हमेशा के लिए मौत की निंद सुला देती है। जी हां, हम बात कर रहे हैं सांपों की जानलेवा प्रजातियों में से एक कॉनस जियोग्राफस की। यह सांप घोंघा किस्म का होता है। इस प्राजाति को समुद्र में पाया जाता है। वहीं, इस साप को जियोग्राफी कोन स्नेल से भी जाना जाता है। इसे लेकर जानकार बताते हैं कि कॉनस जियोग्राफस सांप बिच्छू के जहर के दसवें हिस्से जितने, इंडो पेसिफिक समुद्र की चट्टानों में रहने वाले शिकार को पलक झपकते ही मार डालता है।
इस सांप के जहर को काटने के लिए अब तक कोई इलाज काम नहीं आया है। अगर गलती से भी इसने किसी पर अपना जहर छोड़ दिया तो उसक जिंदा बचना नामुकिन है। कॉनस जियोग्राफस अक्सर समुद्र की गहराई में ही रहते हैं। हालांकि, यह इंसानों के लिए उतना जानलेवा नहीं हैं। मगर, दुनियाभर में इस सांप के कांटने से हुई इंसानों की मौतों के 30 मामले दर्ज हुए हैं। बताया जाता है कि यह लोग गोताखोर थे। एक बार जब वे सभी समुद्र की गहराई में चले गए थे। तब इस घोंघे सांप ने उनके शरीर में अपना जहर छोड़कर उन सभी लोगों को मार दिया था। बताया जाता है कि इस सांप का जहर यदि किसी व्यक्ति के शरीर पर स्पर्श हो जाए, तो उसकी चंद मिनट में मौत हो जाती है। आमतौर पर समुद्र में यह छोटी मछलियों को अपना शिकार बनाता है।