लाइफ मैनेजमेंट; एक पति-पत्नी का 2 साल तक केस चलने के बाद आखिरकार तलाक हो गया, इस फैसले से रिश्तेदार बहुत खुश थे, कुछ समय बीत जाने के बाद पति-पत्नी ने एक दूसरे के साथ बातें की, फिर दोनों को…….
2 साल तक कोर्ट में केस चलने के बाद पति-पत्नी ने तलाक ले लिया, जिससे उनके रिश्तेदार बहुत खुश थे कि यह उन्हें कोर्ट-कचहरी के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे और दोनों अपना जीवन नए तरीके से शुरू कर पाएंगे। कोर्ट के बाहर जहां लड़की के रिश्तेदार चाय पी रहे थे, वही लड़के के परिवार वाले भी आ गए। दोनों ने एक दूसरे की ओर देखा, फिर मुंह फेर लिया।
लड़की और लड़के की नजरें एक दूसरे से टकराई और दोनों की पुरानी यादें ताजा हो गई, जब 3 साल पहले दोनों की शादी हुई थी। दोनों का शादीशुदा जीवन अच्छा चल रहा था। लेकिन छोटी-मोटी नोकझोंक होती रहती। 1 दिन बहुत बड़ा विवाद हो गया, जिस वजह से लड़की ने अपने परिवार वालों को बुला लिया। फिर लड़के और लड़की के घर वालों ने एक-दूसरे पर इल्जाम लगाए।
लड़की ने अपने ससुराल वालों के ऊपर दहेज प्रताड़ना का आरोप केस लगा दिया। इसके बाद दोनों के बीच तलाक की नौबत आ गई और तलाक भी हो गया और दोनों ने एक-दूसरे से बातें भी नहीं की। लेकिन तलाक वाले दिन दोनों की नजरें मिली और बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ।
पत्नी बोली– आप जो चाहते थे, आपको मिल गया।
पति ने कहा– तुम भी यही चाहती थी।
पति– तलाक क्या जीत का प्रतीक है।
पति– तुम्हें क्या लगता है।
पत्नी– तुमने जो बातें कोर्ट में सही कही थी, वह सही थी।
पति– उसका मुझे खेद है, मुझे यह नहीं करना चाहिए था। लेकिन तुमने मेरे परिवार के ऊपर दहेज का आरोप लगाया था।
पत्नी– मुझे मेरी गलती का एहसास है, मुझे नहीं ऐसा नहीं करना चाहिए था।
पति– तुम्हारी कमर का दर्द कैसा है।
पत्नी– कभी-कभी दर्द तेज होता है।
पति– क्या तुम एक्सरसाइज नहीं करती।
पत्नी– तुम्हारा अस्थमा तो ठीक है न अब? इनहेलर तो लेते रहते हो ना?
पति– हां, मगर आज लाना भूल गया।
पत्नी– शायद इसीलिए तुम्हारी सांस उखड़ी-उखड़ी है।
पति– हां शायद या तुमसे बात कर रहा हूं, इसलिए भी।
दोनों की पुरानी यादें ताजा हो चुकी थी। पति-पत्नी सोच रहे थे कि हम दोनों एक दूसरे का कितना ध्यान रखते थे, हमारे बीच कितना प्यार था। हम दोनों साथ घूमने जाते थे और खुश होते थे। लेकिन एक छोटी-सी गलती से सब कुछ बर्बाद हो गया। कुछ देर बाद पति बोला- मैं तुमसे कुछ कहना चाहता हूं।
पत्नी– कहो।
पति– कहने से डर रहा हूं।
पत्नी– बिना डर के बोलो।
पति– मैं आज भी तुमसे प्यार करता हूं।
पत्नी– मैं भी। पति- तो क्या अपने जीवन को नया मोड़ दे सकते हैं।
पत्नी– कैसे। जीवन भर अच्छे दोस्त बनकर रहेंगे।
पत्नी– मगर यह कागज।
पति– इन कागजों को फाड़ कर फेंक देते हैं। दोनों ने एक दूसरे की आंखों में देखा और तलाक के कागज फाड़कर फेंक दिए। दोनों अपने घर की राह पर चल पड़े।
लाइफ मैनेजमेंट
पति-पत्नी का रिश्ता बहुत ही निजी होता है। इसलिए दूसरे लोगों को दखल नहीं देना चाहिए। अगर पति-पत्नी अपनी समस्याए सुलझाएं तो वे जीवन भर हमेशा खुश ही रहेंगे।