सीख; बुद्ध ने एक व्यक्ति को एक पत्थर देते हुए कहा, पहले इस पत्थर की कीमत मालूम करके बताओ, वह व्यक्ति बुद्ध का दिया हुआ पत्थर लेकर बाजार में गया। सबसे पहले एक फल वाले से उस……
अगर हम अपनी तुलना दूसरों के साथ करेंगे तो मन अशांत ही रहेगा। एक बार गौतम ने एक व्यक्ति को समझाया था कि हमें कभी भी खुद को कमजोर नहीं समझना चाहिए और न ही अपनी तुलना किसी के साथ करनी चाहिए। सोमवार, 16 मई को बुद्ध जयंती है। जानिए गौतम बुद्ध से जुड़ा खास प्रसंग…
गौतम बुद्ध यात्राएं करते रहते थे और कभी-कभी कुछ गांवों में ठहर भी जाते थे। ऐसे ही बुद्ध एक गांव में ठहरे हुए थे, उस समय उनके पास एक व्यक्ति आया और बोला, ‘तथागत, कृपया बताइए कि मेरे जीवन का मूल्य क्या है?’
बुद्ध ने उस व्यक्ति की बात सुनी और उसे एक पत्थर देते हुए कहा, ‘तुम पहले इस पत्थर की कीमत मालूम करके बताओ। इसके बाद मैं तुम्हें तुम्हारे जीवन का मूल्य बता दूंगा। ध्यान रखना ये पत्थर बेचना नहीं है, कीमत मालूम करके इसे वापस ले आना।’
वह व्यक्ति बुद्ध का दिया हुआ पत्थर लेकर बाजार में गया। सबसे पहले एक फल वाले से उस पत्थर की कीमत पूछी। फल वाले ने कहा, ‘वैसे तो ये पत्थर मेरे किसी काम का नहीं है, लेकिन इसकी चमक देखते हुए मैं तुम्हें इसके बदले 10 फल दे सकता हूं।’
इसके बाद वह व्यक्ति पत्थर लेकर एक सुनार के पास पहुंचा। सुनार पत्थर दिखाया और बोला कि मुझे इस पत्थर की सही कीमत जाननी है। सुनार ने पत्थर को ध्यान से देखा और कहा, ‘मैं तुम्हें इस पत्थर के बदले एक हजार स्वर्ण मुद्राएं दे सकता हूं।’
सुनार के बाद वह व्यक्ति हीरों का व्यापार करने वाले व्यक्ति के पास पहुंचा। हीरों के व्यापारी ने पत्थर को देखा तो उसने कहा कि ये तो अनमोल रत्न है। ये सुनकर वह व्यक्ति हैरान हो गया।
वह तुरंत ही बुद्ध के पास लौट आया और पत्थर देते हुए पूरी बात बता दी। इसके बाद उसने फिर से बुद्ध से वही प्रश्न पूछा, ‘अब आप बताइए, मेरे जीवन का क्या मूल्य है?’
बुद्ध बोले, ‘मैंने तुम्हें इस पत्थर की कीमत जानने के लिए भेजा था। सभी लोगों ने अपनी-अपनी शक्ति के अनुसार इस पत्थर की कीमत बताई है। ठीक यही बात हमारे जीवन पर भी लागू होती है। सभी लोग दूसरों की अपने-अपने सामर्थ्य और जानकारी के अनुसार तय करते हैं। इसलिए हमें खुद को कमजोर नहीं समझना चाहिए। कभी भी अपनी योग्यता की तुलना किसी और के साथ न करें। अपनी योग्यता, अपने जीवन की कीमत हमें खुद ही समझनी चाहिए। कोई दूसरा व्यक्ति हमारे जीवन की सही कीमत नहीं बता सकता है। इसलिए कभी भी खुद को दूसरों से कम न समझें। हर एक इंसान अनमोल है।