सीख; व्यक्ति ने तितली के अंडे को फोड़ दिया और तितली का बच्चा बाहर आ गया, उसके पंख छोटे-छोटे सिकुड़े हुए थे, व्यक्ति ने सोचा कि कुछ देर बाद तितली अपने पंख फड़फड़ाएगी और उड़ने लगेगी, वह वहीं बैठकर…….
एक व्यक्ति ने देखा कि तितली का बच्चा अंडे से बाहर आने की बार-बार कोशिश कर रहा है, व्यक्ति ने अंडा फोड़कर तितली के बच्चे को बाहर निकल दिया
तितली के बच्चे का ये संघर्ष वह व्यक्ति बहुत ध्यान से देख रहा था। उसने सोचा कि ये बच्चा बाहर नहीं निकल पाएगा, मुझे इसकी मदद करनी चाहिए। व्यक्ति ने उस अंडे को फोड़ दिया और तितल का कोमल बच्चा बाहर आ गया। उसके पंख छोटे-छोटे सिकुड़े हुए थे। व्यक्ति ने सोचा कि कुछ देर बाद तितली अपने पंख फड़फड़ाएगी और उड़ने लगेगी। वह वहीं बैठकर तितली के उड़ने की प्रतीक्षा करने लगा। काफी समय के बाद भी तितली के पंख नहीं खुले और वह धीरे-धीरे रेंग रही थी।
व्यक्ति को समझ आ गया कि शायद उसने इस बच्चे की मदद करके उसे हमेशा के लिए कमजोर बना दिया है। तितली के बच्चे के लिए अंडे से बाहर आने का संघर्ष बहुत जरूरी था। इस संघर्ष से उसकी शक्ति बढ़ती और सही समय आने पर वह स्वयं ही अंडा फोड़कर बाहर आ सकती थी और तब तक उसके पंख भी विकसित हो जाते, उसका संघर्ष समय से पहले ही खत्म हो गया, जिससे उसके शरीर का और शक्ति का विकास नहीं हो सका।