23 साल पहले लापता हुआ शख्स एक दिन अचानक बीवी और दो बच्चों के साथ आ गया वापस, देखकर गांव वाले……

सीतापुर में एक युवक 23 साल के बाद अपने घर वापस लौटा। वह घर से अकेला गया था लेकिन जब आया तो पत्नी और दो बच्चे भी साथ में थे। गांव वाले भी युवक को देखकर हैरत में पड़ गए।

यूपी के सीतापुर में 23 साल से लापता एक लड़के को घर की याद घर वापस ले आई। युवक जब अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ गांव वापस लौटा तो उसकी मां बेटे को देखकर हैरत में पड़ गई। युवक अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ अपनी मां के पास पहुंचा। उसे देखने के लिए गांव वालों का तांता लग गया। युवक ने लंबे अरसे के बाद गांव पहुंच कर अभी को हैरत में डाल दिया।

सूचना पर पहुंची पुलिस ने भी युवक के बयान दर्ज कर कागजी कार्रवाई पूरी की। 23 साल पहले मां ने थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। लंबे अरसे से अपनी मां से बिछड़े चल रहे बेटे ने मां को पाकर खुशी जाहिर की। यह पूरा मामला रेउसा थाना इलाके का है। मां ने युवक के सिर में लगी चोट के निशान से उसकी पहचान अपने पुत्र के रूप में की।

जानकारी के अनुसार, थाना क्षेत्र के ग्राम रेवान निवासी अरविंद मौर्य वर्ष 2002 में संदिग्ध परिस्थितियों में कही लापता हो गया था। तब अरविंद की उम्र करीब 18 साल की थी। अरविंदर जब गायब हुआ था, उस समय वह सौंफ बेचने का काम करता था। मां चंपाकली ने बताया कि वर्ष 2002 में 18 वर्ष की आयु में अरविंद अपने घर से कहीं चला गया था। बेटे के जाने के बाद थाने में गुमशुदगी दर्ज करा कर उसको ढूंढ़ा और साथ ही वापस आने के लिए मंदिरों में मन्नते भी मांगी लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा।

करीब 23 साल बाद जब अरविंद गांव पहुंचा तो उसे गांव वाले पहचान नहीं पाए। वही अरविंद भी सभी गांव वालों को देखता हुआ अपने घर जा पहुंचा। बताते है कि जब अरविंद ने अपनी मां चंपाकली के पैर छुए और खुद को उसका बेटा अरविंद होना बताया तो मां सहित उसकी पत्नी और दोनों बच्चे सभी अचंभित रह गए। इतना ही नहीं गांव वाले भी हैरत में पड़ गए। जब गांव वालों ने अरविंद से सवाल जवाब किए तो उसने एक एक करके गांव वालों के सवालों का जवाब दिया।

वहीं मां चंपाकली ने बचपन में अरविंद के सिर पर लगी चोट के निशान को उसकी पहचान अपने पुत्र के रूप में की। इसके बाद घर वालों की खुशी का ठिकाना न रहा। सूचना पाकर थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने भी अरविंद से सवाल जवाब किए। युवक अरविंद ने बताया कि वह घर से भागकर पंजाब, हरियाणा सहित अन्य जगहों पर नौकरी की। इसके बाद शादी की। अरविंद का कहना है कि उसकी पत्नी और बच्चे लगातार उस पर दबाव बना रहे थे कि वह अपने घर और परिवार वालों के बारे में जानकारी करें और उनका पता लगाए।

अरविंद ने बताया कि बच्चों की जिद के बाद उसने अपने गांव का पता लगाया और पंजाब से वापस अपने गांव मां से मिलने पहुंच गया। पुलिस ने युवक और उसके परिवार वालों से पूछताछ कर गुमशुदगी के मामले की कार्रवाई पूरी की। 23 साल बाद वापस पहुंचे युवक को देखने के लिए गांव वालों का घर पर हम हुजूम लगा रहा।

युवक की पत्नी पूनम का कहना है कि वह पति और दोनों बच्चों के साथ अपनी ससुराल आई है उसे काफी खुशी है। पूनम का कहना है कि उसे इस बात की खुशी है कि उसका भी परिवार है।लेकिन एक बात का दुख है कि पापा ( ससुर) नहीं है। ससुराल आकर उसे बहुत अच्छा लग रहा है। पूनम ने बताया कि उसकी शादी 2014 में पंजाब में हुई थी।

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *