अपार्टमेंट में रुके हुए थे चार दोस्त, पुलिस को मिली सीक्रेट सूचना, जब मारा छापा तो मच गया बवाल
उदयपुर में एक युवक की बहुमंजिला इमारत के चौथे माले से गिरने से मौत हो गई. युवक की मौत के बाद वहां बवाल मच गया. युवक के परिजनों का आरोप है कि वह पुलिस के डर से छत से कूद गया. उन्होंने पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. युवक का शव अभी तक नहीं उठाया गया है.
उदयपुर के हिरण मगरी थाना इलाके में एक युवक अपार्टमेंट की चौथी मंजिल से गिर गया. इससे उसकी मौत हो गई. मृतक के परिजनों का आरोप है कि वह आसपुर थाना पुलिस के डर से चौथी मंजिल से कूद गया था. उन्होंने पुलिस पर युवक की हत्या का आरोप लगाते हुए कार्रवाई नहीं होने तक शव उठाने से इंकार कर दिया है. परिजन 50 लाख रुपये मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और आसपुर थाना पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. युवक के खिलाफ ठगी के तीन मामले दर्ज बताए जा रहे हैं
पुलिस के अनुसार यह घटना शनिवार को अलसुबह उमरड़ा में हुई. वहां डूंगरपुर जिले के पिंडावल साबला निवासी रमेश पटेल शुभ शांति विहार अपार्टमेंट में रुका हुआ था. युवक पर आरोप था कि वह साथियों के साथ मिलकर लोगों से ऑनलाइन ठगी करता है. इस संबंध में आसपुर थाने में एक प्रकरण दर्ज हुआ था. पुलिस उसकी लोकेशन ट्रेस करती हुई उमरड़ा पहुंची. उसने अपार्टमेंट में दबिश दी. इस दौरान पुलिस ने तीन युवकों को तो पकड़ लिया. लेकिन चौथा युवक रमेश चौथी मंजिल से नीचे कूद गया.
इससे उसके सिर में गंभीर चोट लग गई. उसे तत्काल उमरड़ा स्थित एक प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया. वहां पर उपचार के दौरान रमेश की मौत हो गई. पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाकर परिजनों को बताया. सूचना पर मृतक के परिजन और बड़ी संख्या में समाज के लोग एकत्रित हो गए. उन्होंने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया. मृतक परिजनों कहना है कि रमेश पटेल गांव से खाटूश्यामजी के दर्शन के लिए निकला था. उसके बड़ौदा निवासी अनिल पाटीदार और हरीश पाटीदार तथा एक अन्य दोस्त उसे उदयपुर में मिले थे.
वे 7 जनवरी को उमरड़ा में रुके और 8 को खाटूश्यामजी दर्शन कर 9 जनवरी को उदयपुर वापस लौट आए. मित्रों के कहने पर ही रमेश पटेल उमरड़ा में रुका था. रात को आसपुर थाना पुलिस ने दबिश दी और रमेश पटेल के साथ मारपीट की. इससे घबरा हुआ रमेश चौथी मंजिल से नीचे गिर पड़ा और उसकी मौत हो गई. मृतक के परिजनों की मांग है कि इस मामले में आसपुर थाने के जो पुलिसकर्मी उदयपुर आये थे उन्हें निलंबित किया जाए. इसके साथ परिजनों को मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए. फिलहाल परिजनों ने शव को नहीं उठाया है.