टावर में बड़ा कांड कर रहे थे दो जवान लड़कियां और तीन लड़के, अचानक वहां पहुंच जाती है पुलिस और फिर
जयपुर पुलिस ने साइबर ठगों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए दो लड़कियों और तीन लड़कों को गिरफ्तार किया है. ये सब मिलकर एक फर्जी कॉल सेंटर चला रहे थे. इस कॉल सेंटर के जरिये ये राजस्थान और पड़ोसी राज्यों में ठगी का कारोबार कर रहे थे.
राजस्थान पुलिस ‘ऑपरेशन साइबर शिल्ड’ के तहत साइबर अपराधियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाइयां कर रही है. प्रदेशभर में साइबर अपराधियों की धरपकड़ की जा रही है. इसी कड़ी में जयपुर पुलिस ने भी शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए एक फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने इस फर्जी कॉल सेंटर को संचालित करने वाली दो लड़कियों और तीन लड़कों को गिरफ्तार किया है. पुलिस की इस कार्रवाई में इस फर्जी कॉल सेंटर का मास्टरमाइंड भी पकड़ा गया है.
पुलिस के अनुसार जयपुर में यह कार्रवाई विद्याधर नगर थाना इलाके में की गई है. पुलिस को इस इलाके में स्थित गोल्डन टॉवर में फर्जी कॉल सेंटर संचालित किए जाने की सूचना मिली थी. इस पर डीसीपी राशि डोगरा के निर्देशन में विद्याधर नगर थानाप्रभारी राकेश ख्यालिया की टीम ने इस फर्जी कॉल सेंटर का खुलासा किया है. कॉल सेंटर चलाने वाले आरोपी एइपीएस सर्विस देने के बहाने राजस्थान और अन्य राज्यों में ठगी कर रहे थे.
3 लेपटॉप, 6 मोबाइल और 10 सिम बरामदआरोपी ई-मित्र संचालकों को रुपयों का लालच देकर ठगी का शिकार बनाते थे. इस गैंग में पांच लोग शामिल हैं. उनमें दो लड़कियां हैं. पुलिस ने इस गैंग के मास्टरमाइंड अविनाश सैनी समेत पांचों आरोपियों को धरदबोचा है. पुलिस ने आरोपियों के पास से 3 लेपटॉप, 6 मोबाइल फोन, प्रिंटर, राउटर और 10 मोबाइल सिम बरामद की है. पुलिस आरोपियों से गहनता से पूछताछ में जुटी है.
राजस्थान में पुलिस ने साइबर क्राइम करने वाले अपराधियों के खिलाफ कुछ समय पहले ही ‘ऑपरेशन साइबर शिल्ड’ शुरू किया है. इसके तहत राजस्थान पुलिस प्रदेशभर में अब तक दर्जनों साइबर क्रिमिनल्स को पकड़ चुकी है. साइबर फ्रॉड करने वाले आरोपियों के कई खातों को फ्रिज करवाकर उनका ट्रांजेक्शन रुकवाया गया है. पुलिस के इस अभियान से साइबर ठगों में हड़कंप मचा हुआ है.