दरोगा अक्सर आता था मसाज करवाने, फिर अंदर जाकर ऐसे मिटता था अपनी थकान, स्पा मालकिन ने खोल दी सारी पोल
मेरठ में चल रहे एक स्पा सेंटर पर अचानक पड़े छापे से हड़कंप मच गया. अंदर देह व्यापार किया जा रहा था. अब खबर सामने आई है कि इलाके का चौकी इंचार्ज इस स्पा सेंटर का रेगुलर कस्टमर था.
देखते ही देखते शहर में स्पा सेंटर की भरमार हो गई है. गली-मोहल्लों में भी छोटे-छोटे स्पा सेंटर्स खुल गए हैं. इनमें से अधिकांश का रजिस्ट्रेशन नहीं होता है. ऐसे में इनके अंदर इलीगल काम किये जाते हैं. मेरठ के मेडिकल थाना क्षेत्र में चल रहे एक स्पा सेंटर पर जब पुलिस ने छापा मारा तो इसका खुलासा हुआ. स्पा सेंटर की आड़ में अंदर जिस्मफिरोशी का धंधा चल रहा था.
स्पा सेंटर में काम करने वाली एक पूर्व महिला कर्मचारी ने इस रेड के बाद एक ऐसा खुलासा किया, जिसने पुलिस महकमे में भी हड़कंप मचा दिया. इस कर्मचारी ने एसएसपी से शिकायत करते हुए बताया कि थाने का चौकी इंचार्ज स्नेह प्रकाश आजाद स्पा का पार्टनर था. उसके पार्टनरशिप की वजह से ही स्पा मालिक बेख़ौफ़ देह व्यापार का धंधा कर रहा था. जब कोई कर्मचारी इसका विरोध करती थी तो उसे पुलिस केस की धमकी देकर वापस से दलदल में धकेल दिया जाता था.
इलाके के द सीजर फैमिली सैलून में 18 नवंबर को रेड पड़ी थी. पुलिस को अंदर से कई आपत्तिजनक चीजें मिली थी. इस दौरान खुलासा हुआ कि वहां देह व्यापार किया जा रहा था. हालांकि, कुछ समय के लिए बंद होने के बाद वापस से सैलून खोल दिया गया. इसके बाद फिर से यहां महिलाओं और पुरुषों का आना-जाना शुरू हो गया.
सैलून में काम कर चुकी एक महिला ने एसएसपी को जानकारी दी कि स्पा सेंटर चौकी इंचार्ज की मिलीभगत से चल रहा था. वो खुद इसका रेगुलर कस्टमर है. इसके बाद चौकी इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया गया. वहीं इस मामले पर दरोगा ने बताया कि वो आठ महीने पहले छुट्टी पर था. इस दौरान उसके घर का वीडियो बनाया गया और उसे ब्लैकमेल किया जाने लगा. जिस युवती ने दरोगा पर इल्जाम लगाया है, उसके ऊपर लड़की सप्लाई का मामला दर्ज है. दरोगा ने उसका नाम नहीं हटाया, इस कारण ही उसने झूठा आरोप लगाया है.