उड़ीसा का कारोबारी बिहार अपनी ससुराल आया था घूमने, हुआ अपहरण, फिरौती की रकम लेते हुए पकड़ा गया किडनैपर
नवादा शहर से ओडिशा एक कारोबारी का अपहरण कर लिया गया। किडनैपर ने उसकी पत्नी से 5.50 लाख रुपये की मांग की। किडनैपर के खाते में 2 लाख रुपये भेज दिए गए। फिर भी वह छोड़ने को तैयार नहीं
बिहार के नवादा गुरुवार को ओडिशा के एक कारोबारी का अपहरण हो गया। नगर थाना पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए कारोबारी को बरामद कर लिया। साथ ही एक किडनैपर को भी गिरफ्तार किया गया है। कारोबारी का नाम संदीप पांडे है। वह अपने ससुराल नवादा आया हुआ था, जहां 5.50 लाख रुपये की फिरौती के लिए उसे शहर से अगवा कर लिया गया। अपहरणकर्ता ने कारोबारी से दो लाख रुपये खाते में ट्रांसफर करवा लिए। फिर साढ़े 3 लाख रुपये लेने के लिए जब पहुंचा तो पुलिस ने उसे दबोच लिया।
गिरफ्तार किडनैपर की पहचान मुकेश कुमार सिंह के रूप में हुी है। वह नवादा के कन्हाई नगर मोहल्ले का रहने वाला है। उसके पिता अरुण कुमार सिंह काशीचक ब्लॉक में पंचायत सचिव के पद पर कार्यरत हैं। नगर थानाध्यक्ष अविनाश कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने कार्रवाई कर उसे पकड़ा।
ओडिशे के सुंदरनगर जिले के रहने वाले कारोबारी संदीप पांडेय का अपहरण शहर के चौधरी नगर मोहल्ले से 21 जनवरी की दोपहर करीब 12 बजे हुआ। नगर थाना की पुलिस को घटना की सूचना 22 जनवरी की दोपहर करीब 1:45 बजे दी गई। संदीप की पत्नी रेशमी साहू ने पुलिस को बताया कि वह अपने पति के साथ पिछले एक माह पूर्व अपने पिता के निधन पर मायके नेमदारगंज आई थी। उसके पति का राउरकेला में आईसक्रीम का कारोबार है।वह पिछले एक हफ्ते से नवादा के चौधरी नगर मोहल्ले में स्थित अपने एक रिश्तेदार के घर पति के साथ रह रही थी। यहां उसके पति की जान पहचान मुकेश कुमार नामक युवक से हुई। मुकेश 21 जनवरी की दोपहर उसके घर एक सफेद गाड़ी से आया और घूमने के नाम पर उसके पति के साथ निकल गया
कुछ देर बाद अपहर्ता मुकेश कुमार ने संदीप के फोन से उसकी पत्नी रेशमी को फोन कर कहा कि उसके पति का अपहरण कर लिया गया है। 5.50 लाख देने पर वह संदीप को छोड़ देगा। रेशमी ने घटना की जानकारी राउरकेला स्थित अपने देवर को फोन पर दी। देवर ने मुकेश द्वारा दिये गए दो अकाउंट नंबरों पर 1-1 लाख रुपये भेजे और उसके भाई को छोड़ देने की गुहार लगाई।
हालांकि, आरोपी ने रेशमी को फोन कर शेष 3.50 लाख रुपये लिए बिना उसके पति को छोड़ने से इनकार कर दिया। उसने धमकी भी दी कि अगर उसने शीघ्र रुपये नहीं दिए तो वह संदीप को जान से मार देगा। इसके बाद रेशमी अपने रिश्तेदारों के साथ नगर थाना पहुंची और मामले में उसके आवेदन पर 22 जनवरी को एफआईआर दर्ज की गई।
नगर थानाध्यक्ष द्वारा मामले की सूचना तत्काल वरीय पदाधिकारी को दी गई। नवादा के एसपी अभिनव धीमान द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए सदर एसडीपीओ-01 हुलास कुमार की मॉनिटरिंग एवं नगर थानाध्यक्ष अविनाश कुमार के नेतृत्व में तत्काल एक विशेष गठित की गई। इसके बाद पुलिस की योजना के मुताबिक रेशमी ने अपहर्ता को फोन किया और कहा कि वह 3.50 लाख रुपये देने के लिए तैयार है। वह उसके पति को छोड़ दे।अपहर्ता ने रेशमी को 22 जनवरी की शाम कन्हाई इंटर स्कूल के पास रुपये लेकर बुलाया। इस बीच रेशमी सादे वस्त्रों में पुलिस टीम के साथ गाड़ी से स्कूल के पास पहुंची। जहां अपहर्ता को दबोच लिया गया। साथ ही पुलिस की दबिश पर मुकेश के कहने पर संदीप को भी कुछ देर बाद छोड़ दिया गया।
संदीप के मुताबिक उसे शहर के दूसरे इलाके में स्थित एक घर में बंद कर रखा गया था। उसके फोन से ही अपहर्ता उसकी पत्नी से बात कर फिरौती की रकम मांगता था। पुलिस के मुताबिक मुकेश की निशानदेही पर मामले में शामिल अन्य अपहर्ताओं की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।