लिफ्ट देने के बहाने से चलती ऑटो में लड़की का किया यौन उत्पीड़न, राहगीर की सूझबूझ से बच गई लड़की

लड़की सेलम में काम करती है. सोमवार को कलम्पक्कम टर्मिनल पर बस का इंतजार कर रही थी. इस दौरान एक ऑटो-रिक्शा चालक ने उसे सवारी की पेशकश की. लड़की ने मना किया, तो वह उसे अंदर खींच ले गया. चाकू की नोक पर उसका यौन उत्पीड़न किया.

तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में एक 18 साल की लड़की को ऑटोरिक्शा में अगवा कर यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया है. पुलिस के मुताबिक, पीड़ित लड़की पश्चिम बंगाल की रहने वाली है. चेन्नई के कलम्पक्कम बस टर्मिनल पर खड़े ऑटोरिक्शा में उसको किडनैप किया गया था. घटना सोमवार रात की बताई जा रही है. पुलिस आसपास की जगहों के CCTV फुटेज खंगाल रही है, ताकि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जा सके.रिपोर्ट के मुताबिक, लड़की सेलम में काम करती है. सोमवार को कलम्पक्कम टर्मिनल पर बस का इंतजार कर रही थी. इस दौरान एक ऑटो-रिक्शा चालक ने उसे सवारी की पेशकश की. लड़की ने मना किया, तो वह उसे अंदर खींच ले गया. इसके तुरंत बाद दो और लोग ऑटो में चढ़ गए. उनलोगों ने उसकी गर्दन पर चाकू रख दिया और उसका यौन उत्पीड़न किया.

जब ऑटो-रिक्शा सड़कों से गुज़र रहा था, तो लड़की मदद के लिए चिल्ला रही थी. उसकी चीख सुनकर कुछ राहगीरों ने पुलिस को इसकी सूचना दे दी. इसके तुरंत बाद पुलिस एक्टिव हो गई. पुलिस की एक वैन ने ऑटो का पीछा करना शुरू कर दिया. इस दौरान आरोपियों ने लड़की को चलती ऑटो से फेंक दिया और भाग निकले. इस बीच लड़की को पुलिस ने बचा लिया. यह घटना अन्ना यूनिवर्सिटी कैंपस में हुए यौन उत्पीड़न की घटना के ठीक एक महीने बाद सामने आई. इस घटना नेबड़े पैमाने पर राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया था.

इस मामले को लेकर तमिलनाडु के BJP चीफ अन्नमलाई ने एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली DMK सरकार पर निशाना साधा है. अन्नामलाई ने कहा, “राज्य में यौन उत्पीड़न एक भयानक वास्तविकता बन गया है.” अन्नामलाई ने कहा, “कलम्पक्कम में कलैगनार सेंटेनरी बस टर्मिनस के बाहर एक ऑटो रिक्शा में एक 18 साल की लड़की का अपहरण कर लिया गया और उसका यौन उत्पीड़न किया गया. उसे एक राहगीर ने बचाया. उसने पुलिस कंट्रोल रूम को तुरंत कॉल कर दिया था.” अन्नामलाई ने इसके साथ ही तमिलनाडु में यौन हमलों की एक लिस्ट बताई है. उन्होंने कहा, “2022 और 2024 के बीच तमिलनाडु में NDPS मामलों में गिरफ्तारियों की संख्या सिर्फ 1122 थी. 2021 में NDPS मामलों में गिरफ्तारियों की कुल संख्या 9632 थी. तमिलनाडु में गांजा और मेथमफेटामाइन की बिक्री बढ़ रही है, लेकिन गिरफ्तारियां कम हो रही हैं.” अन्नामलाई ने तमिलनाडु सरकार पर जानबूझकर नशीली दवाओं के तस्करों को खुली छूट देने का आरोप लगाया है.

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