कॉल सेंटर की आड़ में किया जा रहा था बहुत बड़ा कांड, पुलिस ने जब मारा छापा तो नजारा देख उड़ गए होश
मुंबई क्राइम ब्रांच की यूनिट 10 ने एक फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया है. इस कॉल सेंटर पर छापा मारकर पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
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मुंबई में एक बिल्डिंग में कुछ ऐसा हुआ जो हैरान कर देने वाला था. जहां लोग विदेशी नागरिकों से वायग्रा और दूसरे प्रतिबंधित दवाइयां बेचने के नाम पर मोटी रकम वसूल रहे थे. दरअसल, महाराष्ट्र की मुंबई क्राइम ब्रांच की यूनिट 10 ने एक फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया है. इस कॉल सेंटर पर छापा मारकर पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.इस कॉल सेंटर में विदेशी नागरिकों को वायग्रा और प्रतिबंधित दवाइयां (Restricted medicines) उपलब्ध कराने के नाम पर बड़ी रकम वसूली जा रही थी. साकीनाका पुलिस स्टेशन के क्षेत्र में 72 कॉर्प बिल्डिंग में अवैध कॉल सेंटर चलने की गुप्त जानकारी एएसआई कांबले को मिली थी.
पुलिस को मिली इस गुप्त जानकारी के आधार पर एपीई राजे, एपी चौधरी, एपी टोडकर, एपी शेख, एएसआई कांबले की टीम ने दो पंचों की मदद से छापा मारा. वहां आरोपी वीसी डायलर का उपयोग कर वीओआईपी कॉल के माध्यम से अमेरिकी नागरिकों से बात करते हुए रंगेहाथ पकड़े गए
पुलिस द्वारा पकड़े जाने पर आरोपी अपना झूठा नाम बता रहे थे. साथ ही वे बिना लाइसेंस और प्रिस्क्रिप्शन के वायग्रा, सियालिस (ईडी) दवाइयां बेचकर सरकार और नागरिकों को धोखा दे रहे थे. घटनास्थल से पुलिस ने कुछ सामग्री जब्त की है. साकीनाका पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम असद मोहम्मद (उम्र 32) कॉल सेंटर मालिक, ज़ैद शेख (उम्र 32), ओवेस शेख (उम्र 27), तौफीक शेख (उम्र 20), अदनान सैय्यद (उम्र 21) और रेहान खान (उम्र 18) हैं. इन सभी से पुलिस ने 6 हार्ड डिस्क, 2 मोबाइल, 1 पेन ड्राइव, कंप्यूटर डेटा और कुछ दस्तावेज जब्त किए हैं.