SHO को थाने से घसीटते हुए ले गई एंटी करप्शन टीम, काम कराने के बदले ली थी घूस
मिर्जापुर जिले के चील्ह थाना इंचार्ज को एंटी करप्शन की टीम ने गिरफ्तार किया है. उसपर मुकदमा लिखने के एवज में 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप है. टीम ने उसे रिश्वत की पहली किश्त 30 हजार रुपये लेते रंगे हाथ पकड़ा है.
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उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में एंटी करप्शन टीम ने थाना इंचार्ज को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है. टीम उसे घसीटते हुए अपने साथ ले गई. इस बीच थाना इंचार्ज चीखता-चिल्लाता रहा. घटना से जिले के पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. आरोपी थाना इंचार्ज ने शिकायकर्ता से रिपोर्ट दर्ज करने के एवज में 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी. एंटी करप्शन टीम ने आरोपी थाना इंचार्ज को 30 हजार रुपये लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है.
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार लगातार जीरो टॉलरेंस की बात कह रही है, इसके बाद भी अधिकारियों पर इसका असर होता नहीं दिखाई दे रहा है. ताजा मामला मिर्जापुर जिले के पुलिस विभाग का है, जहां पर गुरुवार को एक थाना प्रभारी के द्वारा पीड़ित से 50 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की गई, जिसको लेकर पीड़ित ने एंटी करप्शन टीम मिर्जापुर मंडल इकाई की शरण ली. एंटी करप्शन की टीम ने थाना प्रभारी को पहली किस्त 30000 रुपए लेते हुए रंगे हाथ वर्दी में गिरफ्तार कर लिया.
घटना के मुताबिक, मिर्जापुर जिले के चील्ह थाना क्षेत्र के मझिगवां गांव के रहने वाले शिकायतकर्ता हरिनारायन यादव की भांजी के साथ चंदौली जनपद का रहने वाला एक युवक से प्रेम प्रसंग था. इसी को लेकर हरि नारायण यादव लड़के के खिलाफ रेप का मुकदमा लिखवाना चाहते थे. कई बार उन्होंने थाने का चक्कर काटा. लेकिन पुलिस कोई करवाई नहीं की. इसके बाद पीड़ित ने 25 फरवरी को आईजीआरएस में शिकायत की. मुकदमा लिखने के एवज में थाना प्रभारी ने पीड़ित से 50 हजार रुपये की डिमांड की.
शिकायतकर्ता हरि नारायन यादव ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन मिर्जापुर मंडल इकाई टीम से की. जिसके बाद टीम चील्ह थाना पहुंची. जहां शिकायतकर्ता हरि नारायन यादव को थाना प्रभारी शिव शंकर सिंह ने बुलाया. थाने प्रांगण पर शिकायतकर्ता के द्वारा 30000 रुपए की रिश्वत थाना इंचार्ज को दी गई. इसके बाद एंटी करप्शन की टीम ने थाना प्रभारी को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. इस दौरान थाना प्रभारी गिड़गिड़ाता रहा इसके बावजूद एंटी करप्शन की टीम ने उसे घसीट कर गाड़ी में बैठा कर शहर कोतवाली ले गई.
एंटी करप्शन टीम मिर्जापुर मंडल इकाई के प्रभारी विनय सिंह ने बताया कि मुकदमा लिखने के एवज में थाना प्रभारी पीड़ित से पैसा मांग रहे थे. पीड़ित ने एंटी करप्शन टीम से शिकायत की थी. इस शिकायत पर जब पैसा दिया गया तो रंगे हाथ प्रभारी को 30 हजार रुपये लेते हुए पकड़ लिया गया. शहर कोतवाली में मुकदमा लिख कर आरोपी थाना इंचार्ज को जेल भेज दिया गया है.