6 महिलाएं कार से बार बार करती थीं अयोध्या का सफर, रहती थी किराए के मकान में,फिर एकदिन हुआ ऐसा खुलासा पुलिस भी रहे गई हैरान..
महाराष्ट्र के नागपुर जिले के कन्हान थाना क्षेत्र के पटेलनगर में रहने वाली छह महिलाएं कार से बार-बार अयोध्या-मथुरा-गोरखपुर और वाराणसी आती थीं. महिलाएं अपनी कार से करीब 800 किलोमीटर का सफर करके आती थीं. अयोध्या में 6 माह गुजारने के बाद महिलाएं गोरखनाथ मंदिर मेले के लिए गोरखपुर पहुंचीं. कैंट थाना पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी महिलाओं ने ऐसी कहानी सुनाई कि पुलिस भी सन्न रह गई.
गोरखपुर की कैंट थाना पुलिस ने झांसा देकर गहने चुराने और लूटपाट करने वाले ‘सुनहरी गिरोह’ के सात सदस्यों को गिरफ्तार किया है. कैंट थाना पुलिस ने स्टेशन के पास से मुखबिर से मिले इनपुट के आधार पर सबको गिर्फ्तार किया. गैंग के सदस्य देश के प्रमुख धर्मस्थलों की यात्रा करते थे. वहीं चोरी और लूटपाट को अंजाम देते थे. गिरोह में छह महिलाएं शामिल हैं. आरोपी महिलाओं की पहचान ज्योति प्रसाद, गरीब मानकर, अरुणा, प्रीति, कविता, बबीता और संगीता के रूप में हुई. सभी आरोपी महिलाएं नागपुर जिले के कन्हान थाना क्षेत्र के पटेलनगर में रहने वाली हैं.
गोरखपुर में खिचड़ी मेले में चोरी की योजना लेकर पूरा गिरोह शहर में आया था. गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी मेले का आयोजन होता है. बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं. आरोपियों के कब्जे से 26 हजार रुपये, सोने का कंगन और एक कार बरामद हुई. पुलिस ने सभी को सरदार ढाबे के पास से गिरफ्तार किया.
आरोपी महिलाओं ने बताया कि वह पहले भी गोरखपुर आ चुकी हैं. 19 अक्टूबर को धनतेरस के दिन गोलघर इलाके में ई-रिक्शा से घर जा रही एक महिला के पर्स से सोने की चेन निकाली थी. गिरोह की महिलाएं ई-रिक्शा में बैठ जाती थीं. उसी समय लूटपाट की घटनाओं को अंजाम देती थीं. उनके साथी गाड़ी लेकर पीछे-पीछे चलते थे. आरोपी महिलाओं ने बताया कि वह धार्मिक स्थलों पर आने वाले श्रद्धालुओं को निशाना बनाती थीं. अयोध्या, चित्रकूट, वाराणसी, प्रयागराज और मथुरा जैसे शहरों में चोरी की कई वारदातों को अंजाम दे चुकी है.
आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में खुलासा किया कि वो अयोध्या में छह माह तक किराए के कमरे में रहे. इस दौरान चोरी की कई वारदातों को अंजाम दिया. गिरोह के सदस्य अयोध्या से ही गोरखपुर पहुंचे थे. एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया, ‘धनतेरस पर महिला के साथ हुई घटना के बाद से गिरोह से जुड़ी सूचनाएं जुटाई जा रही थी. शहर में जैसे ही दोबारा मौजूदगी की सूचना मिली तो हमने गिरफ्तार कर लिया. गिरोह में शामिल महिलाएं ई-रिक्शा और ऑटो में बैठी यात्री महिलाओं को झांसा देकर उनके गहने और नकदी चुराती थीं.’