इस शख्स के लिए महीने की 25 लाख सैलरी भी कम है, गिना दिए अपने खर्चे, लोग बोले- भाई अपना टेस्ट करा ले
निवेशक सौरव दत्ता ने सोशल साइट X पर लिखा कि आज के दौर में 25 लाख सैलरी पैकेज कुछ भी नहीं है. उन्होंने महीने के खर्चों का ब्योरा जारी करते हुए बताया कि इन खर्चों के बाद महीने के आखिर में निवेश करने या सेविंग्स के लिए कुछ भी नहीं बचता. इस ट्वीट ने नई बहस छेड़ दी है.
25 लाख भी कोई सैलरी है, इसमें बचता ही क्या है…यह कहकर एक निवेशक ने सोशल मीडिया पर गरमगरम बहस छेड़ दी है. अपने विवादास्पद विचारों के लिए जाने जाने वाले सौरव दत्ता का कहना है कि तीन लोगों के परिवार को चलाने के लिए 25 लाख की सालाना आय भी बहुत कम है. उनके अनुसार, यह 1.5 लाख प्रति माह इन हैंड सैलरी जितना वेतन है. निवेशक का कहना है कि 25 लाख की सैलरी में जरूरी चीजों, ईएमआई, मेडिकल और इमरजेंसी पर मासिक खर्चों के बाद निवेश या बचत के लिए कुछ भी नहीं बचता है.
निवेशक सौरव दत्ता ने सोशल साइट X पर लिखा, आज के दौर में 25 लाख की सालाना इनकम कुछ भी नहीं है. उन्होंने महीने के खर्चों का ब्योरा जारी करते हुए बताया कि इन खर्चों के बाद महीने के आखिर में निवेश करने या सेविंग्स के लिए कुछ भी नहीं बचता.
जाहिर है, इस टिप्पणी पर बवाल होना तय था और ठीक वैसा ही हुआ है. सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई. अधिकांश यूजर्स निवेशक की टिप्पणी से असहमत दिखे और सवाल उठाया कि उन्होंने मासिक खर्चों की गणना कैसे की?
एक यूजर ने कमेंट किया, थोड़ी जमीन छू लो या फिर अपना टेस्ट करवाओ भाई. वहीं, दूसरे यूजर का कहना है, एक परिवार जो मेडिकल पर हर महीने 25 हजार खर्च करता है, वो कभी भी बाहर खाने या कोई ट्रिप पर हर महीने 25 हजार खर्च नहीं करेगा. यूजर ने आगे कहा, कृपया हास्यास्पद गणनाओं के साथ लोगों को गुमराह न करें. एक अन्य यूजर ने लिखा, परिवार के कुल तीन सदस्यों के साथ 25 लाख सालाना कमाने वाला कोई व्यक्ति अच्छी तरह से जानता होगा कि कमरे के किराये, जरूरी वस्तुओं और मनोरंजन पर कितना खर्च करना है. इसके साथ ही कहा, आपके आंकड़े बकवास हैं. इमरजेंसी और मेडिकल कोई मासिक बिल नहीं है.