एक महिला कांस्टेबल से शादी 9, 9 के साथ अफेयर, सभी को ले जाता था होटल में, ऐसे बनाता था अपना दीवाना, पुलिस भी हुई हैरान
हाल ही में बरेली कोतवाली पुलिस की गिरफ्त में आए युवक राजन वर्मा के सनसनीखेज खुलासों ने अफसरों की नींद उड़ा दी है. राजन ने बताया कि उसने 10 लेडी कांस्टेबल से शारीरिक संबंध बनाए. लखीमपुर निवासी और सिर्फ 8वीं पास राजन ने करोड़ों रुपये महिला पुलिसकर्मियों से कमाए. पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि कैसे वह महिला सिपाहियों को दीवाना बना लेता था. आइये जानते हैं पूरा मामला…..
बरेली पुलिस ने हाल ही सैटेलाइट बस स्टैंड से एक फर्जी पुलिस राजन वर्मा को गिरफ्तार किया. राजन ने पुलिस की वर्दी पहनकर करीब दर्जनभर महिला सिपाहियों को शादी का झांसा उनके साथ संबंध बनाए. दो करोड़ से ज्यादा रुपये हड़पे और जुए में पैसे उड़ा डाले. एसपी सिटी राहुल भाटी ने बताया कि आरोपी सिर्फ 8वीं पास था. पिछले 5 साल से पुलिस की वर्दी की आड़ में यूपी के कई जिलों में रहा और लग्जरी जिंदगी जीता रहा. वह खुद को लखनऊ एडीजी ऑफिस में तैनात बताता था. एक महिला सिपाही से शादी भी कर चुका है. पुलिस गिरफ्त में आए आरोपी राजन वर्मा ने कई सनसनीखेज खुलासे किए.
आरोपी राजन वर्मा के खिलाफ बरेली कोतवाली में 13 जुलाई को एक महिला सिपाही ने शिकायत दर्ज कराई. पीड़ित महिला सिपाही ने पुलिस को बताया कि लखनऊ ADG ऑफिस में तैनात सिपाही राजन वर्मा ने शादी का झांसा देकर मुझसे संबंध बनाए. मेरा सैलरी अकाउंट चेंज कर दिया. मेरे नाम पर 6.30 लाख रुपये का लोन ले लिया है. अब मुझसे बात करना भी बंद कर दिया है. शिकायत पर कोतवाली पुलिस हरकत में आई. जांच पड़ताल में सामने आया कि एडीजी ऑफिस में राजन नाम का कोई सिपाही तैनात नहीं है. शुरुआती जांच में यह स्पष्ट हो गया कि राजन फर्जी सिपाही है. पुलिस ने राजन की गिरफ्तारी के लिए एक माह तक प्रयास किया लेकिन वह हाथ नहीं आया. पुलिस के कहने पर महिला सिपाही ने राजन से बात शुरू की और उसे बरेली बुलाया.
जैसे ही राजन बरेली पहुंचा, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. हालांकि राजन ने पुलिस को धौंस दिखाई और सबको सस्पेंड कराने की धमकी दी. पुलिस ने जब कहा कि तुम्हारा कोई रिकॉर्ड ही नहीं तो उसके होश उड़. फिर उसने पुलिस को अपनी कुंडली बताई. उसने पुलिस को बताया कि वह 1.70 करोड़ रुपये जुए और सट्टेबाजी में हार चुका है.
राजन वर्मा ने बताया कि वह लखीमपुर खीरी के मिदनिया गढ़ी गांव का रहने वाला है. घर पर पेठा बनाने की मिनी फैक्ट्री थी. अयोध्या में पेठे की सप्लाई करने के दौरान 5 साल साल सुनील गुप्ता नाम के सिपाही से मुलाकत हुई. उसने 5 लाख रुपये लिए और सिपाही बनाने का वादा किया. फिर मुखबिर बताकर अयोध्या सिविल लाइन में रहने लगा. इस दौरान परेड में शामिल होने लगा. वर्दी पहनने और पुलिस के तौर तरीके समझ गया. अयोध्या में ही एक महिला सिपाही से दोस्ती हुई तो शादी कर ली. हालांकि उसे पता चल गया कि मैं सिपाही नहीं हूं तो उसने मुझे छोड़ दिया. हालांकि उस कॉन्स्टेबल ने पुलिस से शिकायत नहीं की तो मैं बच निकला.
अयोध्या में सुनील के साथ रहने के दौरान पुलिस के तौर-तरीके, कैसे बात करनी है, यह सब जान गया. फिर 1200 रुपये में वर्दी सिलवाई. पुलिस विभाग की वेबसाइट पर जाकर अपनी ही जाति की महिला सिपाहियों को चुनता था. इंस्टाग्राम-फेसबुक के जरिए भी महिला सिपाहियों से दोस्ती करता था. वर्दी में रील बनाकर उन्हें भेजता था. विभाग के कामकाज से बात शुरू करके जिंदगी से जुड़ी बातें करता था. फिर अविवाहित बताता था और मौका पाकर प्रपोज कर देता था. 10 महिला सिपाहियों के साथ ऐसा किया है.
राजन महिला सिपाहियों को प्यार और प्रमोशन के सपने दिखाता था. वर्मा सरनेम की महिला सिपाहियों को जाल में फंसाता था. वह एक ही डायलॉग आजमाता था. एक ही बिरादरी का झांसा देता था. महिला सिपाहियों को अपने साथ होटल में ले जाता था और वहीं संबंध बनाता था.