देवर के इश्क में पागल होकर भाभी ने पति को दिया धोखा, फिर एक महीने बाद बदल गई पूरी कहानी, अब महिला बैठी है धरने पर

बिहार के मुजफ्फरपुर में शादीशुदा महिला को अपने ही देवर से इश्क हो गया. अपने बेटे को लेकर वो प्रेमी देवर संग दिल्ली भाग गई. लेकिन एक महीने बाद ही देवर ने उसे धोखा दे दिया. अब महिला को न तो उसका पति अपने साथ रखना चाहता है और न ही देवर का कुछ अता-पता है. महिला पिछले सात दिन से प्रेमी के घर के बाहर बैठी हुई है. लेकिन प्रेमी के घर वालों ने भी उसे साथ रखने से इनकार कर दिया है.

बिहार के मुजफ्फरपुर में देवर ने पहले तो अपनी ही भाभी संग इश्क लड़ाया. भाभी ने भी देवर की खातिर अपने पति को छोड़ दिया. देवर-भाभी साथ में फरार भी हो गए. लेकिन जब मन भर गया तो देवर ने भाभी से ब्रेकअप कर लिया. अब न तो पति, महिला को अपने साथ रखने के लिए तैयार है और न ही देवर का कुछ अता-पता है. ऐसे में महिला बच्चे को लेकर देवर के घर के बाहर धरने पर बैठ गई है. उसका कहना है कि वो देवर के साथ ही रहना चाहती है.

मामला अहियापुर थाना क्षेत्र के जमालाबाद का है. यहां पिछले 7 दिनों से किरण देवी सरपंच के घर के बाहर बैठी हुई है. उसका आरोप है कि सरपंच का बेटा मनीष रिश्ते में उसका देवर है. पिछले पांच साल से दोनों का अफेयर था. चोरी-छिपे दोनों मिलते रहते थे. एक महीने पहले वो पति को छोड़कर प्रेमी देवर के साथ दिल्ली भाग गई. वहां एक मंदिर में दोनों ने शादी की. लेकिन एक महीने बाद ही देवर वहां से भी कहीं फरार हो गया.

किरण देवी ने कहा- मैंने मनीष को कई दफा फोन किया, लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया. मैं दिल्ली में किसी को जानती भी नहीं थी. ऐसे में कुछ लोगों ने मेरी मदद की. उन्होंने मेरा ट्रेन का टिकट कटवाया और ट्रेन में बैठा दिया. तब जाकर मैं घर पहुंची. जब पति के पास गई तो उन्होंने भी मुझे साथ में रखने से मना कर दिया. जब मैंने मनीष के सरपंच पिता को आपबीती सुनाई तो उन्होंने भी मुझे घर में घुसने नहीं दिया. ऐसे में मैं और मेरा बेटा कहां जाएं, कुछ समझ नहीं आ रहा. मैं मनीष के साथ रहना चाहती हूं.

पीड़िता ने कहा- मैं मूल रूप से जमालाबाद की रहने वाली हूं. मेरी छह साल पहले प्रमोद दास के साथ हुई थी. मनीष रिश्ते में मेरा देवर लगता है. वो मुझे फोन करता था. मुझे भी उसके साथ बातें करना पसंद था. हमें कब एक दूसरे से प्यार हो गया, पता ही नहीं चला. इस बीच मेरा बेटा भी हो गया. उधर मनीष और मेरा प्यार भी परवान चढ़ता गया. तब मनीष ने मुझे कहा कि हम दोनों यहां से भागकर दिल्ली चल पड़ते हैं. मैं भी उसकी बातों में आ गई. एक महीने पहले हम दिल्ली भाग गए. मनीष वहां मजदूरी करता था. लेकिन न जाने एक महीने में क्यों उसने मेरे साथ ऐसा धोखा किया. मैं उसके बिना नहीं रह सकती. मेरा मासूम बेटा और मैं अकेले पड़ गए हैं.

अहियापुर थाना की पुलिस ने बताया- हमें मामले की सूचना अभी तक प्राप्त नहीं हुई है. अगर आवेदन प्राप्त होगा तो मामले की जांच कर विधी सम्मत कार्रवाई की जाएगी.

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