लखनऊ के डिलीवरी बॉय को 6 दिन पहले टुकड़ों-टुकड़ों में काट दिया गया, 2 दिन से पुलिस कर रही है तलाश, कहां है उसकी डेडबॉडी
लखनऊ पुलिस एक लाश की तलाश में है. ये लाश बोरे में भरी है और टुकड़ों-टुकड़ों में कटी है. पुलिस के साथ SDRF की टीम भी इस लाश की तलाश में जुटी है. आरोपियों के बताए अनुसार, उन्होंने लाश को इंदिरा नहर में फेंका है, लेकिन 24 घंटे से अधिक का समय हो चुका है और अभी तक लाश का कुछ पता नहीं चल पाया है कि वो नहर में ही फेंकी गई है या कहीं और?
लखनऊ पुलिस इस समय एक लाश की तलाश में है. शहर से होकर गुजरने वाली इंदिरा नहर का एक-एक कोना छान मार रही है. साथ में उसके SDRF भी है. 24 घंटे से अधिक का समय हो चुका है, लेकिन लाश है कि मिल ही नहीं रही है. आरोपियों का कहना है कि उन्होंने लाश को टुकड़ों-टुकड़ों में काट कर और बोरे में भरकर इसी इंदिरा नहर में फेंका है. उनकी बताई गई जगह पर भी पुलिस ने सर्च अभियान चलाया, लेकिन लाश का कुछ पता नहीं चला. अब तो पुलिस को भी शक हो रहा है कि कहीं आरोपी उसे ही तो नहीं गुमराह कर रहे हैं?
मर्डर, लाश के टुकड़े और इंदिरा नहर में फेंकने की ये कहानी करीब एक हफ्ते पुरानी है. तारीख 24 सितंबर थी. निशातगंज का रहने वाला डिलीवरी बॉय भरत आठ साल से एक ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी में डिलीवरी का काम करता था. घर में माता-पिता और भाई हैं. रोज की तरह 24 सितंबर को भी भरत सुबह ड्यूटी के समय घर से निकल गया. पहले तो वह चिनहट थाना क्षेत्र के सतरिख रोड स्थित गो डाउन गया और वहां से माल उठाया, फिर इन सामानों की डिलीवरी करने निकल गया.
भरत ने चिनहट इलाके से ही डिलीवरी करने की शुरुआत की. सामानों की डिलीवरी करते-करते वह गजानंद और आकाश के पास पहुंचा. गजानंद और आकाश ने कुछ दिन पहले ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी से दो एंड्रॉयड फोन ऑर्डर किया था. यही दो फोन डिलीवरी करने के लिए भरत इनके पास पहुंचा था. घर पर पहुंचते ही भरत ने कॉल कर बताया कि आपका सामान डिलीवर होने के लिए आया है, इसे ले लें. इस पर गजानंद और आकाश दोनों साथ में आए और भरत से मोबाइल फोन ले लिया.
चूंकि दोनों ने मोबाइल फोन को कैश ऑन डिलीवरी ऑर्डर किया था तो भरत से इनसे पैसे मांगे, लेकिन मोबाइल फोन लेने के बदले दोनों का प्लान ही कुछ और था. दोनों इस फोन का पैसा नहीं देना चाहते थे. ये फोन ये लोग फ्री में ही हड़पना चाहते थे. इस वजह से इन्होंने भरत का बेरहमी से कत्ल कर दिया. कत्ल करने के बाद इनको लाश को भी ठिकाने लगाना था तो पहले तो इन्होंने लाश के टुकड़े किए, फिर लाश को बोरे में भरकर माती इलाके से होकर गुजरने वाली इंदिरा नहर में फेंक दिया
वहीं दूसरी तरफ जब देर रात तक भरत अपने निशातगंज वाले घर नहीं लौटा तो परिजनों को चिंता हुई. परिजनों ने अपने परिचितों और भरत के यार-दोस्तों से उसकी हाल खबर ली, लेकिन किसी से कुछ पता नहीं चल पाया. इस पर भरत का भाई पुलिस स्टेशन पहुंचा और भरत की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस 25 सितंबर से तलाश में जुट गई. चार दिन तक इधर-उधर खोजबीन करने के बाद उसका कुछ पता नहीं चला. फिर पुलिस ने उसके मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगाया तो आखिरी लोकेशन गजानंद और आकाश के घर के बाहर की मिली.
बीते रविवार को ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर गजानंद और आकाश को हिरासत में ले लिया और पूछताछ में जुट गई. पूछताछ में दोनों ने डिलीवरी बॉय भरत की हत्या की बात कबूल की और बताया कि किस बेरहमी से उसको मारा था. पुलिस ने जब लाश के संबंध में पूछा तो दोनों ने बताया कि लाश को उन्होंने बोरे में भरकर इंदिरा नहर में फेंक दिया है. उनकी बताई जगह के अनुसार, पुलिस लाश की तलाश में जुट गई, लेकिन कुछ पता नहीं चला. फिर पुलिस ने SDRF की भी मदद ली. 24 घंटे से अधिक समय से भरत की लाश को पुलिस तलाश रही है.
वहीं इस हत्या को लेकर तरह-तरह के सवाल भी खड़े हो रहे हैं. दो दिनों से पुलिस भरत की लाश की तलाश में जुटी है, लेकिन अभी तक लाश नहीं मिली. क्या आरोपियों ने भरत की लाश को वाकई इंदिरा नहर में ही फेंका है या पुलिस को गुमराह कर रहे हैं. वहीं सूत्र बताते हैं कि आरोपियों ने लाश के टुकड़े-टुकड़े कर फेंकने की बात बताई, लेकिन पुलिस का कहना है लाश को केवल बोरे में भरकर फेंका गया है. अब सच क्या है ये तो डिलीवरी बॉय भरत की लाश के बरामद होने के बाद ही पता चल पाएगा.