फ्लिपकार्ट से आर्डर किया था आईफोन, जब डिलीवरी बॉय ने मांगे पैसे तो उसे ही काटकर बाग में भर दिया
21 साल के युवक ने फ्लिपकार्ट से मोबाइल फोन आर्डर किया था। पेमेंट में उसने कैश आन डिलीवरी का विकल्प चुना था। भरत नाम का डिलीवरी बॉय मोबाइल डिलीवर करने गजानन्द के घर गया, जिसके बाद वो लापता हो गया।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक युवक ने आईफोन के लिए डिलीवरी ब्वॉय की हत्या कर दी। आरोपी ने डिलीवरी ब्वॉय के कई टुकड़े कर उसका शव उसी के डिलीवरी बैग में भरा और फिर नहर में फेंक दिया। मृतक के परिजनों ने रिपोर्ट लिखवाई को पुलिस तलाश करते हुए आरोपी तक पहुंची। पूछताछ में आरोपी ने हत्या की बात स्वीकार की। हालांकि, अब तक मृतक का शव नहीं बरामद हुआ है।
मामला लखनऊ के चिनहट इलाके का है, जहां गजानन नाम के 21 साल के युवक ने फ्लिपकार्ट से मोबाइल फोन आर्डर किया था। पेमेंट में उसने कैश आन डिलीवरी का विकल्प चुना था। भरत नाम का डिलीवरी बॉय मोबाइल डिलीवर करने गजानन्द के घर गया, जिसके बाद वो लापता हो गया। पुलिस का कहना है कि मोबाइल की डिलीवरी के बाद गजानन ने अपने दोस्त के साथ मिलकर भरत की हत्या कर दी और उसके शव के टुकड़े कर डिलीवरी बैग में भर दिए। इसके बाद डिलीवरी बैग को इंदिरा नहर में फेंक दिया।
आरोपी ने बताया कि उसने डिलीवरी ब्वॉय की हत्या इसलिए की ताकि उसे मोबाइल के पैसे न देने पड़ें। गजानन्द के साथ उसका दोस्त भी हत्या करने में शामिल था। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी गजानन के बताए अनुसार पुलिस ने इंदिरा नहर का वह हिस्सा खंगाला, जहां उसने बैग फेंकने की बात कही थी, लेकिन पुलिस को अब तक मृतक का शव नहीं मिला है।
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) शशांक सिंह ने कहा “एक टीम करीब 30 वर्षीय लापता ‘डिलीवरी ब्वॉय’ के मामले की जांच कर रही थी और एक संदिग्ध को हिरासत में लिया। चिनहट निवासी गजानन ने फ्लिपकार्ट से कैश ऑन डिलीवरी पर करीब 1.5 लाख रुपये का आईफोन मंगवाया था। 23 सितंबर को निशातगंज निवासी भरत साहू फोन देने उसके घर गया था, जहां गजानन और उसके साथी ने भरत की हत्या कर दी। उन्होंने भरत की गला घोंटकर हत्या कर दी और शव को बोरे में भरकर इंदिरा नहर में फेंक दिया। भरत साहू के घर नहीं लौटने पर उसके परिजनों ने 25 सितंबर को चिनहट थाने में इस संबंध में गुमशुदगी की प्राथमिकी दर्ज कराई। पीड़ित के लोकेशन और कॉल डिटेल्स की जांच करते हुए गजानन का नंबर ढूंढ निकाला और सोमवार को उसके दोस्त आकाश को हिरासत में ले लिया। पूछताछ के दौरान आकाश ने अपना अपराध कबूल कर लिया। अभी तक शव नहीं मिला है। राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) नहर में भरत का शव खोजने की कोशिश कर रहा है।”