अब मेरी माशूका बन जाओ, प्रेमी की हत्या करने के बाद बोला आरोपी, जब नहीं मानी तो उसे भी उतार दिया मौत के घाट

गाजियाबाद के सिविल लाइन में पिछले महीने हुए तस्कर लाल सिंह हत्या कांड में तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है. यह तीनों बदमाश लाल सिंह के ही गुर्गे हैं, लेकिन तस्करी की कमाई के बंटवारे को लेकर हुए विवाद के चलते ये एक दूसरे के जानी दुश्मन बन गए थे.

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में हुए डबल मर्डर का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. इस वारदात में नशीले पदार्थों के कुख्यात तस्कर लाल सिंह की हत्या 15 अक्टूबर को नगर कोतवाली थाना क्षेत्र में हुई थी. वहीं और उसकी प्रेमिका प्रियंका की हत्या 4 दिन बाद 19 अक्टूबर को हुई थी. प्रियंका की हत्या के बाद बदमाशों ने उसका शव नहर में बहा दिया था. यह वारदात खुद लाल सिंह के अपने ही साथियों ने अंजाम दिया है. इस वारदात के पीछे तस्करी से हुई कमाई में बंटवारे का विवाद बताया जा रहा है.

पुलिस अब आरोपियों की निशानदेही पर प्रियंका का शव बरामद करने की कोशिश कर रही है. मुठभेड़ में गिरफ्तार इन बदमाशों के पास से पुलिस ने एक तमंचा, कारतूस और मोटरसाइकिल बरामद की है. बता दें कि 15 अक्टूबर को सिविल लाइन इलाके में रेलवे लाइन पर एक शव मिला था. उस समय तो शव की पहचान नहीं हो सकी, इसलिए पुलिस ने उसका अंतिम संस्कार करा दिया. पुलिस इस मामले की जांच कर ही रही थी कि 6 नवंबर को परमात्मा प्रसाद नामक व्यक्ति ने दावा किया कि वह लावारिश शव उसके बेटे लाल सिंह का था.

फिर पुलिस ने परमात्मा प्रसाद की ही तहरीर पर लंबू, गुड्डू और टीटू के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच नए सिरे से शुरू की. 17 नवंबर को पुलिस को सूचना मिली कि ये बदमाश शिव मंदिर हिंद नगर के पास मौजूद हैं. इस सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी की और क्रास फायरिंग के दौरान इन्हें अरेस्ट किया है. पुलिस को पूछताछ में इन बदमाशों ने वारदात कबूल करते हुए बताया कि उन लोगों ने लाल सिंह ही नहीं, उसकी प्रेमिका प्रियंका की भी हत्या की है. डीसीपी राजेश कुमार के मुताबिक लाल सिंह हत्याकांड पर पर्दा डालने के लिए आरोपियों ने उसकी प्रेमिका को मार डाला था.

दरअसल प्रियंका उनके तस्करी गिरोह का भांडा फोड़ने की धमकी देती थी. ऐसे में आरोपियों ने लाल सिंह की हत्या के बाद उसे फोन कर मुंबई से बुलाया और शिकोहाबाद रेलवे स्टेशन पर ही उसे ट्रेन से उतारकर एटा मार्ग पर ले गए. जहां उसकी हत्या कर खंडित नहर में डाल दिया. आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि प्रियंका को लंबू ने लाल सिंह की हत्या की जानकारी देते हुए ऑफर दिया था कि वह चाहे तो उसकी प्रेमिका बन सकती है. उसने इंकार किया तो आरोपियों ने हत्या कर उसका शव नहर फेंक दिया.

आरोपियों के मुताबिक लाल सिंह के नेतृत्व में वह ओडिशा से नशीला पदार्थ मंगाकर यहां बेचते थे. इसके बाद कुल कमाई को चार हिस्सों में बांट लिया जाता था. लेकिन पिछले दिनों रुपयों के बंटवारे को लेकर विवाद हो गया. इसके बाद लाल सिंह ने आरोपी गुड्डू का करीब 60 लाख रूपयों का माल नोएडा पुलिस से पकड़वा दिया. इसका बदला लेने के लिए लंबू, गुड्डू और नईम ने इस लाल सिंह और उसकी प्रेमिका की हत्या की है.

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