जेल में था पति तो बाहर पत्नी ने बना लिया नया आशिक, लेकिन कहानी में आ गया एक और ट्विस्ट, जानम से कातिल बन गई बेवफा
बिहार के गया में रेलवे ट्रैक पर बैठकर दो दोस्त वंदेभारत एक्सप्रेस का घंटों इंतजार करते थे. एक दिन ट्रेन के आते ही कांड कर डाला. पूछताछ में सच्चाई जानकर आरपीएफ के होश उड़ गए.
गया के मानपुर रेल सेक्शन में दो वंदेभारत एक्सप्रेस पर पथराव करने वाले दो अभियुक्तों को आरपीएफ ने दबोच लिया. दोनों अभियुक्तों ने पूछताछ में अपना गुनाह कबूल कर लिया. साथ ही यह भी बताया कि वो वंदेभारत के लिए घंटों इतजार करते थे. आज दो-दो वंदेभारत आ गयी. आते ही पत्थरबाजी कर डाली. गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान गया के मानपुर के रहने वाले विकास कुमार और मनीष कुमार के रूप में हुई है.
भारतीय रेलवे के अनुसार 16 नवंबर को एक्स (ट्विटर) पर शिकायत मिली कि ट्रेन नंबर 20894 डाउन (पटना टाटा वंदे भारत एक्सप्रेस) एवं ट्रेन 22304 डाउन ( गया हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस) में गया से गाड़ी खुलने के बाद मानपुर रेल खंड मध्य के पास अज्ञात व्यक्तियों द्वारा पत्थर मारा गया है. हमले में ट्रेन के विंडो का शीशा क्रैक हो गया. सूचना मिलने के बाद गया RPF ने घटनास्थल के पास निगाह रखना शुरू किया. इस दौरान मनीष कुमार उर्फ बादल और विकास कुमार उर्फ सुपर मानपुर गांधीनगर, थाना मुफ्सिल जिला गया को गिरफ्तार किया गया. उन्होंने बताया कि कुछ अलग करने के लिए ऐसा किया था.मामले की जांच सहायक उप निरीक्षक रामसेवक द्वारा दिए गए लिखित शिकायत के आधार पर आरपीएफ पोस्ट गया पर कांड संख्या 1443/ 24 दिनांक 16. 11. 24 अंतर्गत धारा 153, 147 रेल अधिनियम पंजीकृत किया.
इस बीच रेलवे ने अपील की है कि किसी भी कारण से चलती गाड़ियों पर पत्थर बाजी करने की कोशिश अपराधिक कार्य है. सीसीटीवी कैमरा और दूसरे कैमरा से जांच करके तथा यात्रियों से फीडबैक लेकर गाड़ियों पर पत्थर मारने वाले अपराधियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक सूचना एवं प्रचार दिलीप कुमार ने कहा कि भारतीय रेल राष्ट्रीय संपत्ति है. उन्होंने लोगों से अपील की कि अपने-अपने गांव-शहर में चलती ट्रेनों पर पत्थरबाजी करने वाले लोगों को चिन्हित करें और इसकी सूचना रेल सुरक्षा बल तथा स्थानीय पुलिस को दें. जिससे उन पर कार्रवाई की जा सके.