साइबर ठग ने डॉक्टर के खाते से उड़ा दिए 4 लाख रुपए, लेकिन समझदारी से डॉक्टर ने किया यह काम और बच गए पैसे

सिंगरौली में एक डॉक्टर दंपती के पास अज्ञात नंबर से कॉल आया. डॉक्टर दंपती से सैनिक स्कूल के 40 बच्चों के मेडिकल टेस्ट की बात हुई. डॉकटर ने अपना चार्ज बताया. पेमेंट करने के दौरान कॉलर ने डॉकटर को अपनी बातों में उलझाकर उसके खाते से 4 लाख रुपये की ठगी कर ली. डॉक्टर दंपती ने बिना घबराए ऐसा उपाय निकाला कि एक घंटे के भीतर ही पैसे खाते में वापस आ गए. कैसे हुआ ये सब आइये जानते हैं.

सिंगरौली में एक डॉक्टर दंपती के खाते से ठगों ने 4 लाख रुपये की ठगी कर ली. दंपती ने बिना घबराए ऐसा उपाय निकाला कि एक घंटे के भीतर ही पैसे खाते में वापस आ गए. कैसे हुआ ये सब आइये जानते हैं. पूरी घटना कुछ इस प्रकार है. 7 दिसंबर की शाम को करीब 7:00 बजे डॉक्टर राजीव चौधरी के पास अनजान नंबर 8920504815 से कॉल आया. कॉलर ने बोला कि ‘मैं कैप्टन सतीश सैनिक स्कूल से बात कर रहा हूं. सैनिक स्कूल में प्रवेश से पहले 40 बच्चों का मेडिकल परीक्षण कराना है. आपके यहां क्या चार्ज है? डॉक्टर चौधरी ने ₹300 प्रति पेशेंट चार्ज बताया. ऑडियो मैट्रिक की जांच के लिए ₹500 प्रति पेशेंट चार्ज बताया. फ्रॉड कॉलर कर्नल सतीश ने 40 बच्चों का मेडिकल परीक्षण कराना फाइनल किया और बोला कि कल वह अपने सीनियर अधिकारी कर्नल रावत से बात कराएगा और पेमेंट करेगा.’

इसके बाद 8 दिसंबर को फिर से डॉक्टर के पास उसी फ्रॉड नंबर से फोन आया. कर्नल रावत बनकर डॉक्टर चौधरी से बात की. उनके क्लीनिक का लोकेशन एवं विजिटिंग कार्ड मांगा. तब डॉक्टर चौधरी ने अपने क्लीनिक के स्टाफ को कैप्टन सतीश का मोबाइल नंबर देकर उसे कॉल करने के लिए बोला. स्टाफ ने डॉक्टर के लेटर पैड को फ्रॉड मोबाइल नंबर के व्हाट्सएप पर सेंड किया. इसके बाद डॉक्टर चौधरी के पास कैप्टन सतीश का फिर से कॉल आया. उसने बोला कि बच्चों के चेकअप का पेमेंट मुझे करना है. आप कौन सा पेमेंट ऐप इस्तेमाल करते हैं. तब डॉक्टर चौधरी ने i-Mobile ऐप का उपयोग करना बताया.

डॉक्टर चौधरी ने मोबाइल नंबर और क्यूआार कोड से पेमेंट करने के लिए बोला तो उसने इनकार कर दिया. फॉड कॉलर ने बोला कि वह वीडियो कॉल कर रहा है. डॉक्टर के दूसरे मोबाइल पर वीडियो कॉल कर बोला कि वह जैसा बताएंगे वैसे ही आई-मोबाइल में प्रोसेस करते जाना. तब दंपति डॉक्टर ने अपना i-MOBILE एप ओपन किया.

कॉलर की बातों में आकर डॉक्टर चौधरी प्रोसेस करते गए. इसी दौरान डॉक्टर चौधरी के बैंक खाते से दो बार में करीब चार लाख रुपये कट गए. तब डॉक्टर चौधरी को आभास हुआ कि उसके साथ फ्रॉड हो गया है. डॉक्टर चौधरी आनन-फानन में सिंगरौली एसपी मनीष खत्री के पास पहुंचे. फिर एएसपी शिवकुमार वर्मा और थाना विन्ध्यनगर निरीक्षक अर्चना द्विवेदी से संपर्क किया. सिंगरीली साइबर के माध्यम से डॉक्टर दंपती को तत्काल 1930 पर कॉल कर शिकायत दर्ज करवाई गई. कुछ ही समय में दंपति डॉक्टर के बैंक अकाउंट में कटी हुई राशि वापस आ गई.

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