झारखंड; रिश्ते में वह मेरे बेटे की चाची है, जब मुझे यह पता चला तो….. पूरा मामला जानकर हैरान रह जाएंगे आप
कहते हैं ‘इश्क के अंधों’ को न मर्यादा दिखती है और न ही समाज के नियम…उसे तो बस अपनी चाहत पूरी करनी होती है और इसके लिए चाहे पारिवारिक-सामाजिक मूल्य ही दांव पर क्यों न लग जाएं. ऐसा ही मामला हजारीबाग के इचाक थाना क्षेत्र से सामने आया है. लड़के के मां ने थाना में जो आवेदन दिया है इसकी पीड़ा को पढ़कर आप जरूर एक बार ‘शर्मनाक’ कह उठेंगे.
‘प्यार किया कोई चोरी नहीं की, छुप छुप के आहें भरना… क्या जब प्यार किया तो डरना क्या’. 1960 की फिल्म मुगल-ए-आजम का यह गाना लता मंगेशकर ने गाया था और इस गाने के संगीतकार नौशाद हैं. जबकि इस गाने के बोल शकील बदायुनी ने लिखे थे. वहीं, फिल्म के गीतकार रफीक अहमद ने इसे वर्तमान रूप में सामने लाया था. इस गीत को लेकर जिस पवित्रता के भाव अहसास इन फिल्मकारों के जेहन में था आज इसको दूसरे अर्थों में लिया जा रहा है. मामला झारखंड से सामने आया है और इस गाने के बोल को कलंकित करके दिखाया चाची और भतीजे के इश्क ने. दोनों के बीच इश्क इस तरह परवान चढ़ा कि प्रेमी जोड़े ने पवित्र रिश्ते को दागदार करते हुए विवाह रचा लिया. घटना हजारीबाग जिले के इचाक थाना क्षेत्र के करमाटांड़ की है.
मामले को लेकर लड़के की मां मानतो देवी पति सतेंद्र तुरी ने इचाक थाना में लिखित आवेदन दिया है. इस आवेदन में लिखा है, कि- करीब 2- 4 दिन पूर्व गुड़िया देवी पति स्व तालेश्वर तुरी उम्र करीब 35 वर्ष ने मेरा बेटा का रिश्ते में चाची लगती है. उसने मेरे बेटे अनिल तुरी को बहला फुसलाकर शादी कर ली. जब इस बारे में मुझे मालूम चला तो जब मैं अपना बेटा से मिलने गयी तो गुड़िया देवी मेरे बेटे से मुझे मिलने नहीं दिया. बोली कि- तुम्हें उससे मिलने नही देंगे. गांव-समाज के लोगों को जब इस शादी के बारे में जानकारी मिली तो उन लोगों ने इस शादी को मानने से इनकार कर दिया. मैं भी इस अवैध रिश्ते को नहीं मान रही हूं.
लड़के की मां ने आगे लिखा- गुड़िया देवी मेरे मामा ससुर मदन तुरी, मामी सास सुमा देवी, देवर चेतलाल तुरी, मेरी बेटी प्रिया देवी, बसंती देवी, छोटी तुरी वगैरह सभी लोगों पर मारपीट का आरोप लगाकर हम लोगों को फंसाने का झूठा प्रयास कर रही है. आवेदन में यह भी लिखा है कि- मेरे पति बुजुर्ग हैं बांस का डाला टोकरी बनाकर किसी तरह गुजारा करते हैं. मेरा बेटा ही हमारे बुढ़ापे का सहारा है. जिसे गुड़िया देवी ने शादी कर हमलोगों से छीन लिया है. हमलोगों के पास आने नहीं दे रही है.
मानतो देवी ने आगे लिखा- इस शादी को करवाने में मंगरी देवी और बतिसिया दोनों ने इसका साथ दिया है. उन्होंने पुलिस से गुड़िया देवी पर कार्रवाई करने का आग्रह किया है. इधर, आवेदिका के पुत्र अनिल तुरी ने भी थाना में आवेदन देकर घर मे प्रवेश कराने का आग्रह किया है. मुखिया प्रतिनिधि दयानंद कुमार ने कहा कि यह घटना बहुत ही शर्मनाक है. ऐसा होने से समाज की गरिमा तार- तार होती है. मामले को पुलिस देख रही है और अग्रेतर कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है.