रेलवे स्टेशन पर लोगों को मिला एक बच्चा, साथ में थी एक चिट्ठी, महिला ने उसमें बताया क्यों छोड़ा इसे

पिंडवाड़ा रेलवे स्टेशन के टिकट बुकिंग करने के बाहर मंगलवार शाम एक 3 माह का बच्चा रोते हुए लोगों को दिखाई दिया. टिकट विंडो और कार्यरत कर्मचारी ने इसकी सूचना स्टेशन अधीक्षक भैराराम को दी. स्टेशन अधीक्षक ने मौके पर पहुंचकर देखा, तो बच्चे के पास एक चिट्ठी भी मिली.

सिरोही जिले के पिंडवाड़ा रेलवे स्टेशन पर एक अजीबोगरीब मामला सामने आया. यहां रेलवे स्टेशन बुकिंग विंडो के पास एक 3 महीने का बच्चा लावारिस हालत में मिला. जब आरपीएफ और रेलवे अधिकारियों ने बच्चे को देखा तो, उसके पास एक चिट्ठी मिली. ये चिट्ठी बच्चे की मां ने लिखी थी. इस चिट्ठी में लिखी बात को पढ़कर हर कोई हैरान रह गया. फिलहाल आरपीएफ ने बच्चे का मेडिकल करवाकर उसे संरक्षण में ले लिया है. साथ ही बच्चे की मां की भी तलाश की जा रही है.

पिंडवाड़ा रेलवे स्टेशन के टिकट बुकिंग करने के बाहर मंगलवार शाम एक 3 माह का बच्चा रोते हुए लोगों को दिखाई दिया. टिकट विंडो और कार्यरत कर्मचारी ने इसकी सूचना स्टेशन अधीक्षक भैराराम को दी. स्टेशन अधीक्षक ने मौके पर पहुंचकर देखा, तो बच्चे के पास एक चिट्ठी भी मिली. आरपीएफ ने मौके पर पहुंचकर बच्चे का हेल्थ चेकअप करवाया और बच्चे के स्वस्थ पाए जाने पर उसे सिरोही बाल शिशु गृह भेजा गया. पुलिस ने बच्चे के परिजनों की तलाश शुरू कर दी है. अब तक बच्चे के परिजनों का पता नहीं लग सका है.

बच्चे के पास मिली चिट्ठी में बच्चे की मां ने लिखा कि मेरा नाम राधिका है. हमने 2 साल पहले भागकर शादी की थी. मेरे पति की कार एक्सीडेंट में मौत हो चुकी है. हम किराए के मकान में रहते थे. मुझे भी बीमारी ने जकड़ लिया है. अब मैं इस बच्चे की परवरिस नहीं कर सकती हूं. आप लोगों से विनती है कि इस बच्चे को अनाथालय ले जाए. बीमारी की वजह से मैं भी आत्महत्या कर लूंगी.

बच्चे को स्टेशन पर लावारिस हालत में देखकर मौजूद महिलाओं का दिल पसीज गया. मौजूद लोगों की भीड़ में से रेलवे स्टेशन के सामने निवासरत वीणा प्रजापत ने बच्चों को तुरंत अपनी गोद में लेकर चुप करवाया, जिसके बाद बच्चा चुप हुआ. जीआरपी ने पिंडवाड़ा सरकारी अस्पताल भेजकर चेकअप करवाया गया.

रेलवे स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे नहीं होने से इस बच्चे को यहां छोड़कर जाने वाले का पता नहीं लग सका है. जिस समय ये बच्चा मिला, उसके पहले ही पैसेंजर ट्रेन स्टेशन पर पहुंची थी. ऐसे में आरपीएफ और जीआरपी को इस बच्चे के परिजनों को ढूंढने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है.

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