एक लड़का अपने गुरु से बोला कि मुझे कामयाब बनना चाहता हूं, मुझे आप कामयाबी का रास्ता बताइए, गुरु ने उस लड़के से कहा कि ठीक है मैं तुम्हें कामयाबी……
एक बार एक शिष्य ने अपने गुरु से कहा कि मैं सफल होना चाहता हूं। आप मुझे सफलता का मार्ग बताएं। गुरु ने अपने शिष्य से कहा ठीक है मैं तुम्हें सफलता का मार्ग बता दूंगा। लेकिन इससे पहले तुमको मेरी बकरी को खूंटे से बांधना। होगा इतना कहने के बाद गुरु ने शिष्य को बकरी की रस्सी पकड़ा दी।
बता दे कि वह बकरी सिर्फ अपने मालिक के काबू में ही आती थी। जबकि अन्य लोगों को बहुत परेशान करती थी। शिष्य ने जब बकरी की रस्सी हाथ में पकड़ी तब उस बकरी ने उछल कूद मचाना शुरू कर दिया। उसने बकरी को खूंटे से बांधने कई प्रयास किए। लेकिन वह सफल नहीं हो सका।
उस शिष्य ने चतुराई दिखाकर बकरी को पकड़ा और फिर उसके पैर रस्सी से बांध दिए। इसके बाद उसने आसानी से बकरी को खूंटे से बांध दिया। शिष्य की चतुराई देखकर गुरु बहुत खुश हुए। उन्होंने कहा कि तुमने अपने दिमाग का सही उपयोग किया। इसी तरह अगर हम अपनी समस्या की जड़ पकड़ लेंगे तो हम आसानी से समस्या का हल निकाल लेंगे और हमें सफलता मिल जाएगी। यही सफलता का मूल मंत्र है।
कहानी की सीख
इस कहानी से हमें सीखने को मिलता है कि जब भी परेशानी आए तो चतुराई दिखानी चाहिए। सबसे पहले परेशानियों की जड़ को पकड़ना चाहिए। यदि हम अपनी परेशानी की वजह जान लेंगे तो उसका हल आसानी से निकाल लेंगे।