किसी शहर में दो भाई रहते थे, बड़ा भाई एक सफल बिजनेसमैन था, छोटा भाई बुरी आदतों की वजह से बदनाम था, एक व्यक्ति ने जब इस सबके पीछे का कारण……
किसी शहर में दो सगे भाई रहा करते थे। उनमें से बड़ा भाई बहुत सफल बिजनेसमैन था। सभी लोग बड़े भाई की बहुत इज्जत करते थे। बड़े भाई का स्वभाव बहुत ही मृदु था। इसी कारण लोग उससे स्नेह रखते थे।
वही छोटा भाई गलत आदतों में पड़ गया था। वह गलत आदतों के कारण बदनाम था। वह शराब का आदी था और अपने परिवार वालों को भी परेशान करता था। वह आए दिनों लोगों से पैसों की भीख मांगता था।
एक व्यक्ति ऐसा था जो दोनों भाइयों को जानता था। उसने सोचा कि दोनों भाइयों में इतना अंतर कैसे हो सकता है। अंतर जानने के लिए वह सबसे पहले छोटे भाई के पास गया और पूछा कि तुम्हारा भाई तो बहुत शरीफ है।
छोटे भाई ने बताया कि हम दोनों भाइयों का बचपन बहुत ही गरीबी में बीता। मेरा बाप शराब पीता था वह हमारी मां को मारता था। लेकिन हमारी मां घर का खर्च चलाने के लिए छोटे-मोटे काम करके पैसे कमाती थी। ऐसी स्थिति में मैं और क्या बन सकता था।
वहीं व्यक्ति बड़े भाई के पास भी गया और पूछा कि तुम्हारा छोटा भाई तो निकम्मा है, लेकिन तुम इतने सफल कैसे हो। बड़े भाई ने बताया कि मेरी सफलता का कारण मेरा परिवार है। मैंने बचपन में बहुत सारी मुश्किलों का सामना किया, जिसके बाद मैंने निश्चय किया कि मैं अपने पिता जैसा नहीं बनूंगा। मैंने मेहनत करके पढ़ाई की और अपना इतना बड़ा बिजनेस खड़ा किया। मैंने इसमें अपना पूरा अमूल्य समय लगा दिया और नतीजा आप सबके सामने हैं। उस व्यक्ति को समझ आ गया कि दोनों भाइयों की अलग-अलग सोच है। इस कारण दोनों की आदतें भी अलग-अलग है।
कहानी की सीख
इस कहानी से हमें सीखने को मिलता है कि हमारा वर्तमान समय चाहे कितना भी बुरा क्यों ना हो। लेकिन हमारे अच्छे विचार हमारे भविष्य को उज्ज्वल बना सकते हैं। अगर हम बुरे समय में भी सकारात्मक विचार मन में रखेंगे तो हम समाज में अलग ही मुकाम हासिल कर पाएंगे।