एक बार दो लड़के एक गांव से दूसरे गांव जा रहे थे, जब रास्ते में थकान होने लगी तो वे एक पेड़ के नीचे रुक गए, उस पेड़ को देखकर एक लड़का बोला कि यह पेड़ तो एकदम बेकार है……
एक बार दो लड़के एक गांव से दूसरे गांव में जा रहे थे। उन्हें रास्ते में थकान महसूस होने लगी। इसलिए वह पेड़ के नीचे आराम करने लग गए। एक लड़के ने पेड़ को ध्यान से देखकर कहा कि यह पेड़ किसी काम का नहीं है। इस पर तो एक भी फल नहीं है।
लेकिन दूसरे लड़के ने पहले लड़के से कहा कि तुम गलत कह रहे हो कि यह पेड़ किसी काम का नहीं है। उस लड़के की सोच सकारात्मक थी। उस लड़के ने पहले लड़के से कहा कि हमें थकान महसूस हो रही है और हम इस पेड़ के नीचे आराम कर रहे हैं। इस पेड़ की वजह से ही हम पर सूर्य की तेज किरणें नहीं पड़ रही है। दोपहर के वक्त हमें इस पेड़ से कितनी छाया मिल रही है। तुम इस बात को नहीं समझ पाए और पेड़ को बेकार बता दिया। जबकि इस पेड़ की अच्छाइयां भी है।
कहानी की सीख
इस कहानी से हमें सीखने को मिलता है कि हर इंसान में अच्छाइयां छिपी होती हैं। लेकिन हर किसी को अलग नजरिए से देखने की जरूरत है। ज्यादातर लोगों की नकारात्मक सोच होती है और वह इसलिए दूसरों में सिर्फ बुराइयां ही ढूंढता है। लेकिन यह बहुत ही गलत है। हर किसी को अपनी सोच सकारात्मक रखनी चाहिए और दूसरों की अच्छाइयों को देखना चाहिए।