एक राजकुमारी अपने जीवन से बहुत निराश थी, उसके मन में मरने की भावनाएं आतीं थीं, एक दिन उसे एक वृद्ध व्यक्ति दिखाई आया जोकि कुत्तों को खाना खिला रहा था और बेहद खुश था, राजकुमारी ने…….
किसी राज्य की एक राजकुमारी बहुत ही अमीर थी, जिसके पास सभी सुख सुविधाएं मौजूद थी। दासियां उसकी हर पल सेवा करती थी। लेकिन फिर भी वह अपने जीवन से हमेशा दुखी रहती थी। उसको नहीं पता था कि वह जीवन में खुश कैसे रहे।
उसके दिमाग में 1 दिन विचार आया जीवन किसी काम का नहीं है। इसी कारण वह मरने के लिए पहाड़ की ओर चली गई। राजकुमारी ने देखा कि एक बूढ़ा व्यक्ति कुत्तों को खाना खिला रहा है और वह बहुत ही खुश है। जैसे बूढ़े व्यक्ति के जीवन में कोई भी परेशानी नहीं है।
राजकुमारी ने वृद्ध व्यक्ति से सवाल किया और पूछा कि आप इतने खुश कैसे हैं। इसकी वजह क्या है। बूढ़े आदमी ने कहा कुछ समय पहले एक दुर्घटना में मैंने अपनी पत्नी और बच्चे को खो दिया और मैं निराश हो गया। मैं अपने जीवन को खत्म करना चाहता था।
मैं खुद को खत्म करने ही जा रहा था कि एक कुत्ते का छोटा-सा बच्चा मेरे पीछे आ गया। उससे बचने के लिए मैं अपने घर पर आ गया। वह कुत्ते का छोटा बच्चा भी मेरे पीछे आ गया। मैंने अपने घर का दरवाजा बंद किया। जब मैंने कुछ देर बाद बाहर देखा तो पता चला कि उसको ठंड लग रही है।
उस पर मुझे दया आ गई और मैंने उसे कंबल में लपेट दिया। मैंने उसको दूध पिलाया और कुछ देर बाद वह सामान्य हो गया। यह देख कर मैं बहुत खुश हुआ। बाद में मुझे एहसास हुआ कि यदि मैं दुखी हूं तो दूसरों को तो खुशी दे सकता हूं और मैंने तब से ही इन कुत्तों की सेवा करना शुरू कर दिया।
राजकुमारी को समझ आ गया कि हमें दूसरों की भलाई करनी चाहिए। उससे ही खुशी मिलती है। इसके बाद राजकुमारी ने मरने का विचार बदल दिया और गरीबों की सेवा करना चालू कर दिया।
कहानी की सीख
कहानी से हमें सीखने को मिलता है कि यदि हम अपने जीवन में दुख का अनुभव करते हैं तो दूसरों की सेवा करनी चाहिए। ऐसा करने से हमको खुशी मिल सकती है।