प्रेरक कथा; एक महिला किचन में खाना बना रही थी, तभी अचानक उसने बेटे के चिल्लाने की आवाज सुनी, वह भागकर बाहर आई तो उसने देखा कि उसका बेटा छत से नीचे गिर गया है और काफी खून बह रहा है……

जब एक महिला रसोई में खाना बना रही थी तभी उसके बेटे ने जोर से चिल्लाया। महिला को बेटे की चिल्लाने की चीख सुनाई दी। जब वह दौड़ कर गई तो उसने देखा कि उसका बेटा छत से गिर गया है और उसके शरीर से काफी खून बह रहा है। उसने हिम्मत जुटाई और अपने बेटे को उठाकर हॉस्पिटल लेकर गई। रास्ते में वह मन ही मन भगवान को कोस रही थी कि भगवान ने उसके बेटे के साथ ऐसा क्यों किया।

महिला कुछ ही समय बाद हॉस्पिटल पहुंच गई और उसे डॉक्टर भी मिल गए। डॉक्टर ने बेटे का इलाज कर दिया और कुछ ही दिनों बाद उसका बेटा ठीक हो गया। महिला को भगवान पर अब बिल्कुल भी भरोसा नहीं रहा। वह बेचैन थी।

लेकिन उसी वक्त उसे याद आया कि जब मैं अपने बेटे को उठाकर हॉस्पिटल लेकर गई थी, तब मैं बीमार थी। बीमारी की स्थिति में भी मैंने अपने 25 किलो के बेटे को उठाकर हॉस्पिटल में पहुंचाया। मुझे उसे उठाने में बिल्कुल भी बाहर महसूस नहीं हुआ था। जबकि मैं बीमारी की स्थिति में एक बाल्टी पानी की भी नहीं उठा पाती थी तो फिर मैं अपने बेटे को कैसे उठाकर लेकर गई।

इतना ही नहीं महिला को यह बात भी ध्यान आई कि हॉस्पिटल में डॉक्टर 2 बजे तक ही रहते हैं। लेकिन मैं तो 4 बजे हॉस्पिटल गई थी। मुझे डॉक्टर मिल गए। महिला को पूरी बात समझ में आ गई। यह सब भगवान की कृपा से ही संभव हुआ। मैं बिना वजह ही भगवान को कोस रही थी। जबकि भगवान मेरा कदम-कदम पर साथ दे रहे थे।

कहानी की सीख

इस कहानी से हमें सीखने को मिलता है कि भगवान पर हमेशा विश्वास रखना चाहिए। भगवान के रहते हुए कभी भी कुछ भी गलत नहीं हो सकता। भगवान हमें अपनी परेशानियों को सहन करने और उनको दूर करने की शक्ति प्रदान करता है।

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