सीख; धृतराष्ट्र के दुर्योधन सहित सौ पुत्र थे, लेकिन धृतराष्ट्र के पुत्र मोह की वजह से सभी अधर्मी हो गए थे, पिता ने अपने पुत्रों के गलत कामों को रोका नहीं, बल्कि बढ़ावा दिया, नतीजा……
महाभारत में धृतराष्ट्र के दुर्योधन सहित सौ पुत्र थे, लेकिन धृतराष्ट्र के पुत्र मोह की वजह से सभी अधर्मी हो गए थे। पिता ने अपने पुत्रों के गलत कामों को रोका नहीं, बल्कि बढ़ावा दिया। नतीजा ये हुआ कि पूरा कौरव वंश पांडवों के हाथों खत्म हो गया।
सीख – कभी भी संतान के गलत कामों को नजर अंदाज न करें। संतान कोई गलत काम करती है तो उसे रोकें।
- अर्जुन और अभिमन्यु का किस्सा
अभिमन्यू अर्जुन और सुभद्रा का पुत्र था। अभिमन्यु के जन्म से पहले की घटना है। सुभद्रा गर्भवती थी तो एक दिन अर्जुन सुभद्रा को चक्रव्यूह भेदने का रहस्य बता रहे थे। उस समय बीच में ही सुभद्रा को नींद आ गई। सुभद्रा के गर्भ में अभिमन्यु चक्रव्यूह भेदने का रहस्य सुन रहा था, लेकिन माता के सोने की वजह से वह पूरा रहस्य जान नहीं सका।
बाद में जब महाभारत युद्ध हुआ तो अभिमन्यु चक्रव्यूह में फंस गया था, क्योंकि वह चक्रव्यूह का पूरा रहस्य नहीं जानता था। कौरवों ने उसका वध कर दिया था।
सीख – पिता को इस बात का ध्यान रखें कि संतान को किसी बात का अधूरा ज्ञान न दे। अधूरा ज्ञान हमेशा खतरनाक होता है।