सीख; गौतम बुद्ध के कई शिष्य थे, उनमें एक बूढ़ा शिष्य भी था, वह बूढ़ा शिष्य भी बुद्ध के साथ ही रहता था, वो शिष्य स्वभाव बहुत ही भोला-भाला था, एक दिन बुद्ध उस बूढ़े शिष्य के पास पहुंचे और उससे पूछा कि आपकी……..

बुद्ध के उपदेश और उनके किस्सों में छिपे सूत्रों को अपनाने से हमारी सभी दिक्कतें दूर हो सकती हैं। जानिए एक ऐसा किस्सा, जिसमें बुद्ध में समय का सही उपयोग करने की सलाह दी है।

गौतम बुद्ध के कई शिष्य थे, उनमें एक बूढ़ा शिष्य भी था। वह बूढ़ा शिष्य भी बुद्ध के साथ ही रहता था। इस शिष्य स्वभाव बहुत ही भोला-भाला था। एक दिन बुद्ध उस बूढ़े शिष्य के पास पहुंचे और उससे पूछा कि आपकी उम्र कितनी है?

वृद्ध शिष्य बोला कि करीब सत्तर साल होगी।

बुद्ध ने मुस्कान के साथ कहा कि नहीं, आप ये सही उम्र नहीं है।

ये सुनकर बूढ़ा व्यक्ति थोड़ा असहज हो गया, क्योंकि वह जानता था कि बुद्ध बिना वजह कुछ भी नहीं कहते हैं। अगर बुद्ध ये बात कह रहे हैं तो इसका भी कुछ मतलब है।

उस शिष्य ने बुद्ध से कहा कि मैंने तो मेरी उम्र सही बताई है। मेरे बाल सफेद हो गए हैं, दांत गिर गए हैं। मेरे पोते-पोती हैं। मैं सत्तर वर्ष का ही हूं।

उसकी बात सुनकर बुद्ध ने कहा कि मेरे हिसाब से तुम्हारी उम्र एक साल है।

ये बात बूढ़े व्यक्ति ने कहा कि आप ऐसा क्यों कह रहे हैं?

बुद्ध ने उसे समझाते हुए कहा कि सच तो ये है कि तुमने जो उनहत्तर साल दुनियादारी में व्यतीत किए हैं, वो तो व्यर्थ ही थे। जब से तुमने धर्म को खोजना शुरू किया है, जब से तुम सदाचारी हुए हो, जब से तुमने ध्यान करना शुरू किया है, तब से ही तुम्हारा जीवन शुरू हुआ है और ये सब तुमने एक साल पहले ही शुरू किया है, यानी तुम्हारी उम्र एक साल है।

बुद्ध की सीख

बुद्ध ने यहां संदेश दिया है कि समय अमूल्य है और हमें एक-एक पल का उपयोग सही तरीके से करना चाहिए। आमतौर पर लोग अधिकतर समय व्यर्थ कामों में खर्च कर देते हैं। जबकि हमें ऐसे काम करना चाहिए, जिनका कोई अर्थ हो। हमें रोज सोचना चाहिए कि हमने आज कौन-कौन से अच्छे काम किए हैं, हम कितनी देर ध्यान कर रहे हैं, शांति पाने के लिए क्या कर रहे हैं। इन बातों का ध्यान रखकर काम करेंगे तो जीवन में सुख-शांति बनी रहेगी।

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