हनुमान जी का एक ऐसा अद्भुत मंद‍िर जहां एक-दो नहीं बल्कि मूर्ति में समाए हैं दो करोड़ राम नाम, जानिए 

हमारे देश में मंद‍िरों से कहीं संगीत की धुन तो कहीं आवाजें सुनने के कई उदाहरण हैं। लेक‍िन आज हम आपको ज‍िस मंद‍िर के बारे में बताने जा रहे हैं वह बहुत ही अद्भुत मंद‍िर है। यह एक हनुमानजी का मंद‍िर है और इसमें एक-दो नहीं बल्कि श्रीराम के दो करोड़ नाम समाह‍ित हैं। तो आइए जान लेते हैं श्रीराम के परम भक्‍त हनुमानजी का यह गजब का मंद‍िर आख‍िर कहां है?

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हम ज‍िस मंद‍िर का ज‍िक्र कर रहे हैं वह उत्‍तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले की खुर्जा तहसील में स्थित नवदुर्गा शक्ति मंदिर है। इस मंद‍िर में स्‍थापित हनुमानजी की 16 फीट ऊंची मूर्ति दिव्‍यता और भव्‍यता का उत्‍कृष्‍ट उदाहरण है। मंद‍िर को लेकर ऐसी मान्‍यता है कि इस मंद‍िर की 108 परिक्रमाएं लगाने से हर मनोकामना पूरी होती है। यहां आने वाले भक्‍त मंदिर परिसर में मौजूद मनोकामना स्‍तंभ पर चुनरी से गांठ लगाकर मंद‍िर की 108 परिक्रमाएं लगाते हैं तो उनकी सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।

मंद‍िर में स्‍थापित हनुमानजी की मूर्ति के सीने में भगवान राम और माता सीता विराजमान हैं। खासबात ये है कि इस मूर्ति में दो करोड़ राम नाम समाहित हैं। हरिहर बाबा के नेतृत्‍व में सन 1995 से लेकर 1997 तक इस मंदिर में दिन रात महामंत्र (हरे राम हरे कृष्‍ण) का जाप हुआ था। इसी दौरान लोगों ने राम नाम की पर्चियां और डायरियां लिखी थीं। जब इस मूर्ति का निर्माण हुआ, तब लगभग दो करोड़ राम नाम इस मूर्ति में समाहित किए गए। दावा है कि इतने राम नाम दुनिया की किसी दूसरी मूर्ति में समाहित नहीं हैं।

इस मंदिर की खास बात यह है कि यहां मौजूद देवी दुर्गा की प्रतिमा में मां भवानी के नौ रूप नजर आते हैं। माता की यह भव्‍य प्रतिमा चार टन अष्‍टधातु से बनी है जिसके 27 खंड हैं। ऐसी मान्‍यता है कि मां दुर्गा की इतनी भव्‍य और विलक्षण मूर्ति पूरे भारतवर्ष में नहीं है। दो हजार वर्गफीट में बना यह मंदिर अद्वितीय मूर्ति कला का नमूना है जहां माता की प्रतिमा 18 भुजाओं वाली है।

अगर आप इस दिव्‍य मंदिर के दर्शन करना चाहते हैं तो रेल और सड़क मार्ग से आसानी से पहुंच सकते हैं। यह मंदिर दिल्‍ली से अलीगढ़ जाने वाले नेशनल हाईवे 91 से सटा है। वहीं खुर्जा जंक्‍शन उतरकर इस मंद‍िर तक आसानी से पहुंचा जा सकता है।

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