क्या कनखजूरा में जहर होता है? अगर हां तो कितना खतरनाक होता है उसका जहर, जानिए
आपने जानवरों को तो देखा ही होगा। जब एक जानवर को भूख लगती है। तो तभी वह दूसरे जानवर का शिकार करता है। और देखा जाए तो बहुत सी बार कोई भी जानवर दूसरे जानवर का शिकार तब करता है। जब या तो उसे अपनी रक्षा करनी होती है। या फिर उसे भूख लगी होती है। और कई जानवरों में कोई ना कोई विशेष खूबी मौजूद होती ही है। जोकि उन जानवरों को खतरों से बचाने मैं मदद करती है। और सेंटिपीड में यह खूबी एक जहर के रूप में मौजूद है। और सेंटीपीड को आप सभी लोग कनखजूरा भी कहते हैं। हाल ही में किए गए शोध के अनुसार कनखजूरा का जहर चूहों के लिए 15 गुना ज्यादा जहरीला होता है। और वही आपको बता दें कि यह रिसर्च नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज में छपी है।
और इसी के साथ आपको बता दें कि सेंटीपीड कि इस प्रजाति को चाइनीज रेड हेडेड सेंटीपीड के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल इनका सिर जो होता है। वह लाल रंग का होता है। और इस सेंटीपीड में बेहद विषैला जहरीला जहर पाया जाता है। और इस सेंटीपीड का जहर स्तनधारियों की कोशिकाओं में पोटेशियम के प्रभाव को बिल्कुल रोक देता है। और स्तनधारियों में पोटेशियम की मदद से ही कई शारीरिक क्रियाएं पूर्ण होती है। और आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जैसे कि दिल का धड़कना, मांसपेशियों का फैलना-सिकोड़ना आदि। और इस सेंटीपीड का जहर शरीर के सभी अंगो पर अपना बेहद खतरनाक असर दिखाता है।
वही इस शोध के बाद विशेषज्ञ शिलोंग यांग और उनके कई साथी शोधकर्ताओं ने इस सब के लिए एक एंटीडॉट भी बनाया है। दरअसल इस एंटीडॉट का नाम रेटीजैबीन है रेटीजैबीन नाम का यह विषरोधी दवाई पोटैशियम के प्रभाव को फिर से चालू कर देता है। जिसकी वजह से जहर का असर धीरे-धीरे खत्म हो जाता है। पर इसी के साथ आपको यह भी बता दें कि इस जहर से किसी इंसान की मृत्यु नहीं हो सकती। पर वही बहुत से कई अन्य जीवों को कनखजूरा के जहर से बचाने में यह औषधि बेहद फायदेमंद है।
दरअसल सेंटीपीड का ज़हर रक्त परिसंचरण तंत्र पर सबसे पहले और सीधा हमला करता है। जिसकी वजह से ऑक्सीजन की कमी महसूस होने लगती है। और इसी के बाद सांस लेने की क्रिया में बाधाएं आने लगती हैं। और मांसपेशियों में ऐंठन की समस्या भी होने लगती है। वही इस सब को लेकर चीन के कुनमिंग जीव विज्ञान संस्थान के विशेषज्ञ शिलोंग यान ने बताया कि इनका जहर इतना ज्यादा खतरनाक होता है। कि किसी एक चूहे को मात्र 30 सेकेंड के अंदर जान से मार देता है।