मर्दों के स्पर्म काउंट को बढ़ाने में बेहद लाभदायक है ये चीज, कर लीजिए डाइट में शामिल जगमगा उठेगी सेक्सुअल लाइफ
मौजूदा जीवनशैली की बात करें, तो हर कोई बहुत व्यस्त है। सुबह उठने से लेकर रात को लेट नाइट सोने तक। हर किसी के पास इतना काम है, कि लोगों को रेस्ट करने का पर्याप्त समय नहीं मिलता है। इसका बहुत बुरा असर स्वास्थ्य पर पड़ता है। विशेषकर, पुरुषां की बात करें तो व्यस्त जीवनशैली, खराब खानपान और बुरी आदतें उनकी फर्टिलिटी और स्पर्म क्वालिटी को भी इफेक्ट करती है। स्पर्म काउंट को बढ़ाने के लिए पुरुष अपनी डाइट में किशमिश शामिल कर सकते हैं। किशमिश कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर है। इसमें ऐसे कंपाउंड्स पाए जाते हैं, जो स्पर्म काउंट को बेहतर करने और फर्टिलिटी को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। डाइट एन क्योर की डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी से स्पर्म काउंट बढ़ाने के लिए किशमिश खाने के फायदों के बारे में जानें।
किशमिश में फ्लेवोनोइड्स, फिनोल और पॉलीफेनोल सहित एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं। ये सभी एंटीऑक्सीडेंट शुक्राणुओं को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाने में मदद करते हैं, जो शुक्राणु डीएनए को नुकसान पहुँचा सकता है और स्पर्म क्वालिटी एंड स्पर्म काउंट बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
किशमिश में जिंक, सेलेनियम और मैग्नीशियम जैसे कई जरूरी मिनरल्स पाए जाते हैं। ये सभी मिनरल्स पुरुषों के स्पर्म प्रोडक्शन को बढ़ावा देते हैं। यहां तक कि स्पर्म मोबिलिटी को भी बेहतर करते हैं। इसका मतलब है कि किशमिश को अपनी डेली डाइट का हिस्सा बनाकर फर्टिलिटी को बेहतर किया जा सकता है। खासकर, जिंक हेल्दी स्पर्म की संख्या बनाए रखने में मुख्य भूमिका निभा सकता है।
विटामिन
किशमिश में विटामिन-सी और विटामिन-ई सहित कई अच्छे विटामिन होते हैं। विटामिन-सी की मदद से स्पर्म को ऑक्सीडेटिव क्षति से बचाकर उनकी मोबिलिटी यानी गतिशीलता और स्पर्म काउंट को बेहतर करने में मदद कर सकते हैं। वहीं, विटामिन-ई स्पर्म की क्वालिटी और मोबिलिटी को पॉजिटिवली इफेक्ट करता है।
आर्जिनिन
किशमिश में अमीनो एसिड आर्जिनिन होता है, जो शुक्राणु उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण है। आर्जिनिन प्रजनन अंगों में रक्त प्रवाह को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे संभावित रूप से शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता में वृद्धि नोटिस की जा सकती है।
एनर्जी बूस्टर
किशमिश में मौजूद नेचुरल शुगर, जैसे कि ग्लूकोज और फ्रुक्टोज, इंस्टेंट एनर्जी देने में मदद करते हैं। यह शुक्राणु उत्पादन सहित हेल्दी मेटाबॉलिज्म रेट को बढ़ाने में भी मदद करते हैं।
फाइबर
हालांकि फाइबर का सीधा-सीधा संबंध स्पर्म कांउट से नहीं होता है। लेकिन, यह सच है कि फाइबर बेस्ड डाइट का सेवन अधिक करने से वजन को कंट्रोल करने में मदद मिलती है और किशमिश में काफी मात्रा में फाइबर होता है। ध्यान रखें कि मोटापे के कारण कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं। इसमें स्पर्म काउंट का घटना भी शामिल है और फर्टिलिटी भी प्रभावित होती है।
कुल मिलाकर, आप इस बात का ध्यान रखें कि किशामिश का सेवन करने से स्पर्म काउंट जरूर बढ़ाया जा सकता है। लेकिन, स्पर्म क्वालिटी को बेहतर करने के लिए यह एकमात्र जरिया नहीं है। अगर किसी पुरुष की स्पर्म क्वालिटी खराब है या स्पर्म प्रोडक्शन कम होता है, तो बेहतर है कि वे इस संबंध में डॉक्टर से मिलें।