एक ऐसा कबूतर जिसे जेल में गुजारने पड़े थे 8 महीने, वजह जानकर दंग रह जाएंगे आप

दुनिया में हमें आए दिन ऐसी खबरें देखने और सुनने को मिलती हैं जो हमें हैरान कर देती हैं। कभी किसी बकरी को घास और पेड़ों की पत्तियां खाने के जुर्म में सजा सुना दी जाती है। तो, कभी ऐसी तस्वीरें सामने आती हैं जिसमें कोई बिल्ली कुत्ते को फटकार लगाते हुए नजर आती है। आज की खबर भी कुछ ऐसी ही है। जो, आपको हैरान करने के साथ डरा भी सकती है। क्योंकि मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। खबर महाराष्ट्र की राजधानी मुबंई से जुड़ी है। बता दें कि पिछले साल मुंबई में एक कबूतर को जासूसी के आरोप में पकड़ा लिया गया था। जिसे 8 महीने के बाद रिहा कर दिया गया। पुलिस ने इस कबूतर को चीन के लिए जासूसी करने का आरोप लगाया था। कबूतर को मुंबई के बाई सकारबाई दिनशॉ पेटिट हॉस्पिटल में कस्टडी में रखा गया था। बता दें कि कबूतर के पैर में कुछ चीजें बंधी थी उन पर चीन की भाषा में मैसेज लिखा हुआ मिला था।

चेंबूर स्थित राष्ट्रीय केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स के पास पीर पाऊ जेट्टी से इस कबूतर को पिछले साल 17 मई को पकड़ा गया था। जिसमें इसके दोनों पैर में कॉपर और एल्युमिनियम की एक-एक रिंग पाई गई थी। जिसमें इस पक्षी के पैरों पर चीनी भाषा में कुछ लिखा भी गया था।

पुलिस ने जब कबूतर के पैर से जुड़ी रिंग पर चीनी भाषा में कुछ लिखा हुआ देखा तो उसे पकड़ लिया गया। इसके बाद उस रिंग की जांच कराने के लिए कबूतर को फॉरेंसिक लैब भेज दिया गया। आरसीएफ थाने के एसआई रवींद्र पाटिल ने कबूतर को लेकर कहा कि यह ताइवान के एक रेसिंग कॉम्पिटिशन में भाग लेता था। जहां से उड़कर ये भारत पहुंच गया था। कुछ समय बाद पुलिस ने कबूतर की जांच की जिसके बाद उसे जासूसी के आरोपों से बरी कर दिया गया। ऐसे में अब कबूतर आजाद हो गया है।

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