अब इसको आदमी कहें या फिर जानवर, खाने में पसंद करता है कच्चा मांस, लोग बोले- ना इसे आदमी कहेंगे ना जानवर इसे हम कहेंगे जंगली शैतान
अमेरिका के एक शख्स का दावा है कि कच्चा टेस्टिकल खाने से उसके टेस्टोस्टेरोन लेवल में सुधार होगा. यह शख्स सोशल मीडिया पर रोज कच्चे टेस्टिकल्स खाकर उसका वीडियो शेयर कर रहा है. हालांकि, इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. टेस्टोस्टेरोन लेवल को बढ़ाने के लिए कई अन्य स्वस्थ और सुरक्षित उपाय भी उपलब्ध हैं, जैसे व्यायाम, सही आहार, और चिकित्सकीय परामर्श.
अमेरिका के फ्लोरिडा का जॉन नामक यह शख्स पहले ही 100 दिन लगातार ‘कच्चा चिकन खाने’ के अपने एक्सपेरिमेंट से फेमस हो चुका है. यह शख्स अब नया और बेहद चौंकाने वाले प्रयोग के साथ हाजिर है. शख्स का दावा है कि वह अब टेस्टोस्टेरोन लेवल बढ़ाने के लिए सांड के कच्चे टेस्टिकल्स खा रहा है. पूछो तो कहता है, ‘अब लोग मुझे पागल कहेंगे.’
हालांकि, इस तरह के प्रयोग वैज्ञानिक दृष्टिकोण से कितने सही या गलत हैं, इस पर कई सवाल उठते हैं. सबसे पहले तो कच्चे मांस के सेवन से होने वाले संभावित स्वास्थ्य जोखिमों का ध्यान रखना जरूरी है. क्योंकि, डॉक्टरों का कहना है कि कच्चा मांस खाने से आपको फूड पॉइजनिंग समेत कई अन्य संक्रमणों के होने का खतरा रहता है.
जॉन का दावा है कि कच्चे टेस्टिकल्स को खाने से उसकी ऊर्जा बढ़ेगी और टेस्टोस्टेरोन लेवल में सुधार होगा, लेकिन इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. टेस्टोस्टेरोन लेवल को बढ़ाने के लिए कई अन्य स्वस्थ और सुरक्षित उपाय भी उपलब्ध हैं, जैसे व्यायाम, सही आहार, और चिकित्सकीय परामर्श
सोशल मीडिया पर महज लाइक्स, व्यूज और फॉलोअर्स बढ़ाने के लिए इस तरह के जोखिम भरे प्रयोग करना समझदारी नहीं है. जॉन को इंस्टाग्राम पर लगभग 5 लाख लोग फॉलो करते हैं. उन्होंने हाल ही में प्रयोग से जुड़ा एक वीडियो शेयर किया, जिस पर लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आई हैं. कुछ लोग इसे पागलपन मानते हैं, जबकि कुछ लोग जिज्ञासावश इसे देख रहे हैं.
https://www.instagram.com/reel/C8Z-gHtOxMA/?igsh=Ym5pb3ppa2lkMTc=
जॉन के इस तरह के प्रयोग खतरनाक हो सकते हैं, और इन्हें बिना किसी वैज्ञानिक सलाह के नहीं करना चाहिए. सुरक्षा और स्वास्थ्य को हमेशा प्राथमिकता देनी चाहिए.