बदमाश को भारी पड़ा थप्पड़ मारना; बदमाश ने मलिक को मारा थप्पड़ तो नौकरों ने बदमाश को घेरकर पीट-पिटकर मार डाला
उज्जैन के नागदा में चाय की दुकान पर काम करने वाले तीन युवकों ने एक हिस्ट्री शीटर पर बीच बाजार हमला कर उसकी हत्या कर दी है. पुलिस ने तीनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है.
गुस्सा घातक होता है यह हमने सुना तो है लेकिन उज्जैन के नागदा थाना क्षेत्र में एक ऐसी घटना हुई है जिसमें थप्पड़ का बदला लेने के लिए तीन लोगों ने एक युवक पर चाकू और बेल्ट से हमला कर बाजार में ही उसकी हत्या कर डाली. घटनाक्रम के बाद कुछ लोग घायल युवक को तुरंत अस्पताल ले गए. तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. मामले में नागदा थाना पुलिस ने घटना में शामिल तीनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया है.
पूरा घटनाक्रम कुछ इस प्रकार है कि महेश पिता राजू बरगुंडा जो कि राजीव कॉलोनी नागदा में रहता था, सुबह किरण टॉकीज के पास चाय की दुकान पर चाय पीने गया था. जहां पर उसने चाय वाले 62 साल के महेंद्र कुमार पिता भंवरलाल जैन को किसी बात पर गालियां देते हुए थप्पड़ मार दिया. थप्पड़ मारने की इस घटना पर महेंद्र कुमार ने तो कोई जवाब नहीं दिया लेकिन उनकी दुकान पर काम करने वाले रोहित, किशन और बाला को यह बात इतनी बुरी लगी कि उन्होंने महेश को इस थप्पड़ का जवाब देने के लिए उसे जवाहर मार्ग पर रोक लिया.
तीनों युवकों ने बेल्ट से पिटाई करने के बाद लगातार चाकू से वार किए जिसके कारण उसकी मौत हो गई. अचानक हुए हमले के कारण महेश कुछ समझ नहीं पाया. कुछ ही सेकंड में तीनों युवक उस पर हमला कर घटनास्थल से भाग गए. मामले की जानकारी लगते ही नागदा थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ अपराध क्रमांक 438/24 धारा 103(1),3(5) बीएनएस में दर्ज कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया है.
इस घटना में महेश पिता राजू की मौत हुई है. एडिशनल एसपी नितेश भार्गव ने बताया कि महेश नागदा थाने का हिस्ट्रीशीटर बदमाश था जिसके खिलाफ लगभग 18 अपराध पंजीबद्ध है, साथ ही वह जिलाबदर भी रह चुका है. 23 जून को ही उसका जिलाबदर खत्म हुआ था.
बताया जाता है कि जिन तीन युवकों ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया वह सभी महेंद्र कुमार जैन की चाय की दुकान पर काम करते थे. जिस समय यह विवाद हुआ था उस समय महेश ने बिना किसी गलती के महेंद्र जिनकी उम्र लगभग 62 साल है उन्हें थप्पड़ मार दिया था. अपने सेठ को बिना किसी गलती के थप्पड़ मारने से ही यह तीनों नाराज थे जिसके कारण उन्होंने इतना बड़ा कदम उठाया और महेश की हत्या कर डाली. इस मामले में हत्यारों की पहचान करने में पुलिस को वायरल हुआ सीसीटीवी फुटेज काफी काम आया. वायरल फुटेज के आधार पर ही तीनों हत्यारों को पकड़ा गया है.